अफसरों को मुरैना का रामदास दिखा रहा था दिल्ली का IAS होने का रौब, क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ़्तार
इंदौर
इंदौर के नायब तहसीलदार नितेष भार्गव और पटवारी संतोष चौधरी पर दिल्ली का आईएएस अफसर बताकर रौब झाड़ने और उनसे अपने काम करवाने वाले रामदास गुर्जर उर्फ अमित सिंह को इंदौर क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लिया है। रामदास मुरैना का रहने वाला है और पिछले 8-9 महीने से ये इंदौर के अफसरों के संपर्क में रह कर उनसे अपने काम निकलवा रहा था।
इंदौर क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि रामदास गुर्जन करीब 8-9 महीने पहले शहर के नायब तहसीलदार नितेष भार्गव के संपर्क में आया था। तब उसने अपने आप को दिल्ली का आईएएस अफसर अमित सिंह बताते हुए भार्गव से कहा कि उसे कुछ दस्तावेज अपने परिचित के यहां पर भेजने हैं। इस पर भार्गव ने मल्हारगंज क्षेत्र के पटवारी संतोष चौधरी को दस्तावेज देने का कहा।
जिस पर उन्होंने जाकर दस्तावेज दे दिए। इसके बाद अमित सिंह सीधे संतोष चौधरी को फोन लगाने लगे। इसी दौरान अमित सिंह ने कहा कि उन्हें दो सिम निजी उपयोग के लिए चाहिए। जिस पर पटवारी संतोष चौधरी ने सिम लेकर दे दी। इसके अलावा वह पटवारी से यह भी कहता था कि उसे शादी करना है, इसके बहाने वह कई महिलाओं के बायोडाटा अपने पास तक बुला चुका था। शक होने पर पटवारी ने पुलिस को इसकी शिकायत की। जिस पर क्राइम ब्रांच ने जांच कर आरोपी रामदास गुर्जर को हिरासत में ले लिया है।