November 28, 2024

महाराष्ट्र में होगा माराठा आरक्षण? सीएम एकनाथ शिंदे ने दे दिया बड़ा संकेत

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मुंबई
 महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) की भूख हड़ताल पर डटे हुए हैं। राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Maharashtra CM Eknath Shinde) ने मनोज जरांगे पाटिल द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद उम्मीद जताई है कि कोई रास्त मिल जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जालना से आए प्रदर्शनकारी समूह के पांच सदस्यीय टीम से बातचीत के बाद कहा कि मराठा आंदोलन के नेता मनोज जारांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल के साथ सकारात्मक चर्चा हुई है, यह प्रतिनिधिमंडल जाकर मनोज जारांगे के साथ चर्चा करेगा। उन्हें ब्रीफ करेगा। सीएम ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इससे एक रास्ता मिल जाएगा। इससे पहले अर्जुन खोतकर के नेतृत्व में मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil) के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मराठा आरक्षण के बारे में चर्चा करने के लिए शुक्रवार देर रात सह्याद्री गेस्ट हाउस में सीएम एकनाथ शिंदे, डीसीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी।

जरांगे को ब्रीफ करेगा दल
बैठक में लिए गए निर्णयों से पिछले 11 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल को अवगत कराया जाएगा। बैठक में मांग की गई कि कुनबी जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए वंशावली दस्तावेजों में कुनबी का उल्लेख करने की शर्त को हटाया जाए जाए और सभी मराठों को बिना किसी भेदभाव के कंबल कुनबी जाति प्रमाण पत्र प्रदान करना किया जाए। मराठा आरक्षण को लेकर हुई इस अहम बैठक में रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन, विधायक भरत गोगवले, पूर्व विधायक अर्जुन खोतकर, अन्नासाहेब आर्थिक विकास निगम के अध्यक्ष नरेंद्र पाटिल, महाधिवक्ता डॉ. बीरेंद्र सराफ, मुख्य सचिव मनोज सौनिक साथ ही विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव उपस्थित थे।

भूख हड़ताल का 12वां दिन
जलाना में बैठे मराठा क्रांति मोर्चा (Maratha Kranti Morcha) के नेता मनोज जरांगे पाटिल (Manoj Jarange Patil)की भूख हड़ताल पर 12वें दिन में प्रवेश कर गई है। सरकार से बातचीत में बाद सभी की नजरें मनोज जरांगे पाटिल पर लगी हैं कि वह क्या फैसला लेते हैं? राज्य में मराठा आरक्षण पर कांग्रेस ने जरांगे की मांग का लगभग समर्थन किया है। कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि सरकार ने मराठों को आरक्षण देने के लिए जो जीआर जारी किया है। उसमें सिर्फ मराठावाड़ा के मराठों को ओबीसी कोटा से आरक्षण मिलने की संभावना है, लेकिन उत्तर पश्चिम महाराष्ट्र में जो परिवार रहते हैं। उन्हें आरक्षण कैसे मिलेगा?

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