भारी बारिश के चलते यूपी के कई शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त, लखनऊ-बरेली-सीतापुर समेत कई जिलों में स्कूल बंद
लखनऊ
यूपी की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के तेवर को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सावधान किया है। लोगों से घरों में ही रहने को कहा गया है। रविवार की रात और सोमवार की सुबह हुई झमाझम बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है। शहर थम सा गया है। लखनऊ, बरेली, सीतापुर, हरदोई सहित कुछ अन्य जिलों में प्रशासन ने एहतियातन स्कूल बंद कर दिए हैं।
बरेली में डीएम के आदेश पर 11 और 12 सितम्बर को कक्षा एक से 12 तक के सभी बोर्डों से मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कर दिया है। लखीमपुर खीरी में रविवार रात से लगातार हो रही बारिश से खेत-खलिहान लबालब हो गए हैं। बारिश के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने सोमवार को कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी है। सोमवार को ही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में निपुण टेस्ट होना था, जिसे स्थगित कर दिया गया है। सीतापुर में 15 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। यहां भी डीएम ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। भारी बारिश के चलते सीतापुर में बिजली व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है। कई उपकेंद्र ठप हो गए हैं। कही तार टूटे हैं तो कहीं खंभे गिरे हैं। सीतापुर और सिधौली के दो उपकेंद्रों से बिजली पूरी तरह ठप है। जलभराव से कई मोहल्लों में घर से निकलना मुश्किल है।
पीलीभीत में शनिवार रात से जिले में लगातार बारिश हो रही है। पिछले 48 घंटे में जिले में 50 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है। बारिश के कारण खेत लबालब हो चुके हैं। हालांकि सोमवार को किसी स्कूल में अवकाश की घोषणा नहीं हुई है। सोमवार सुबह बनबसा बैराज से शारदा नदी में डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जबकि दियुनी डैम से देवहा नदी में 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। शारदा नदी से सटे इलाकों में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। फिरोजाबाद में भी बारिश के चलते कक्षा आठ तक के स्कूल बंद हैं। बदायूं में पिछले 24 घंटे से कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। सोमवार सुबह से बादल छाए हुए हैं।
वहीं राजधानी लखनऊ में भारी बारिश और जलभराव के बीच बिजली कटौती ने भी लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। कई लोगों ने अपनी समस्याएं व्यक्त करने और अधिकारियों से मदद की गुहार लगाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया है। सोमवार सुबह ही जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने जिलों के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया क्योंकि मौसम विभाग ने और अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी। डीएम कार्यालय की ओर से भी चेतावनी जारी की गई है कि कोई भी बिना किसी आवश्यक काम के घर से बाहर न निकले। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आज बिजली और गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना है। चेतावनी में कहा गया है कि पेड़ों या कमजोर इमारतों के नीचे खड़े होने से बचें।
अमौसी इलाके में हवाईअड्डे की ओर जाने वाली सड़क पर जलभराव की सूचना मिली है, जहां काफी निर्माण कार्य चल रहा है। चारबाग में रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली सड़कों पर भी भारी जलभराव देखा गया है। यात्रियों को फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। वहीं चारबाग में कई यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए पानी से होकर गुजरना पड़ा। जानकीपुरम सेक्टर एफ, चौक, फैजुल्लागंज, एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड, आशियाना के कई निवासियों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भारी जलजमाव के कारण अपनी कठिनाइयों को व्यक्त किया और अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई। विक्रमादित्य मार्ग, कालिदास मार्ग जैसे वीवीआईपी क्षेत्रों से भी जल जमाव की सूचना मिली थी, जहां मंत्री आलीशान बंगलों में रहते हैं, जहां एलएमसी इंजीनियरों ने रात में ही पानी निकालने के लिए पंप लगाए थे और इन पंपों को संचालित करने के लिए जनरेटर लगाए गए थे।
इस बीच डिविजनल कमिश्नर रोशन जैकब सुबह 5 बजे नगर निगम कमिश्नर इंद्रजीत सिंह के साथ फील्ड में थीं, उन्होंने जानकीपुरम क्षेत्र, मुंशीपुलिया का दौरा किया, उन्होंने जानकीपुरम के पंपिंग स्टेशनों का भी दौरा किया, यह देखने के लिए कि ये पंप काम कर रहे हैं या नहीं। नगर निगम आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने कहा, "पूरी रात भारी बारिश हुई, लेकिन हमारे कर्मचारी मैदान में हैं, और जहां भी भारी जलजमाव की सूचना है, वे पंप लगा रहे हैं, एलएमसी ने हाल ही में जलजमाव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए 400 से अधिक जल पंप खरीदे हैं। इस बीच शहर के अधिकांश हिस्सों में बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। शहर के कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति अभी भी सामान्य नहीं हुई है। इनमें वीवीआईपी इलाके जैसे गोमती नगर, महानगर आदि के कुछ हिस्से भी शामिल हैं।