पहेलियां ही पहेलियां
1.पंख है लेकिन चिड़िया नहीं,
चलता है लेकिन बढ़ता नहीं, गर्मी भागना इसका काम,
झट बतलाओ क्या है नाम।
2.एक लाठी की सुनो कहानी, इसमें छुपा है मीठा पानी।
3.लाल पूंछ हरी बिलाई,
इसका बनता हलवा भाई।
4.पैरों में जंजीर लगी है,
फिर भी दौड़ लगाये,
पगडंडी पर चले झूम के,
गांव शहर पहुंचाए।
5.टिक टिक टिक चलती जाऊं, सबको ही में समय बताऊं, काम समय से जो कर पाए,
वो ही मेरा नाम बताएं।
6.आंखें दो हों चाहे चार,
मेरे बिना कोट बेकार,
घुसा आंख में मेरे धागा,
दर्जी के घर से फिर मैं भागा।
उत्तर –
1. पंखा
2. गन्ना
3. गाजर
4. साइकिल
5. घड़ी
6. बटन
शगुन बर्मन
कक्षा 7
उच्च प्राथमिक विद्यालय सबदलपुर
सहारनपुर
उत्तर प्रदेश