एक ही मतदान केंद्र पर रहे परिवार के सभी सदस्यों का नाम
भोपाल
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 को लेकर चल रही गतिविधियों की वीडियो कॉफ्रेंसिंग से समीक्षा की। साथ ही जिलों में की जा रही गतिविधियों के बारे में जिला निर्वाचन अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। सभी संभागायुक्त और कलेक्टर बैठक में वुर्चअली शामिल हुए।
राजन ने कहा कि एक ही मतदान केंद्र पर एक परिवार के सभी सदस्यों का नाम होना चाहिए। प्रदेश के 64 हजार 634 मतदान केंद्रों का सत्यापन कराएं, जिससे केंद्रों की वर्तमान स्थिति का पता चल सकें। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 25 जुलाई 2022 को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में इसकी तैयारी शुरू हो गई थी। राजन ने बताया कि 9 नवंबर 2022 को प्रदेश के समस्त मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। इसी तारीख से 8 दिसंबर तक मतदाता नाम जोड़ने, हटाने, त्रुटि सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे। बीएलओ कार्यालयीन समय पर मतदान केंद्रों पर आवेदन लेंगे। इसी अवधि में दो दिवसीय विशेष कैंप भी लगाए जाएंगे और 26 दिसंबर तक प्राप्त आवेदन-पत्रों का निराकरण किया जाएगा। इसके बाद 5 जनवरी 2023 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
5 लाख 88 हजार मतदाता परिचय-पत्र में लगेगी कलर फोटो
प्रदेश में 5 लाख 88 हजार ऐसे मतदाता परिचय-पत्र है, जिसमें पुरानी ब्लैक एवं व्हॉइट फोटो लगी हुई है। उनको बदला जाएगा। कलर फोटो लगाकर नया वोटर आईडी कार्ड जारी किया जाएगा। राजन ने मतदाताओं की डेमोग्राफिक सीमिलर एंट्री, फोटो सीमिलर एंट्री, ईपिक कार्ड की दोहरी एंट्री को समाप्त करने, खराब, जीर्णशीर्ण मतदान भवनों की जगह नजदीक बने नए भवनों को मतदान केंद्र बनाने के निर्देश दिए।
एक ही मतदान केंद्र पर रहेगा नाम
कमिश्नर, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी से कहा गया कि पुनरीक्षण के दौरान यह भी ध्यान रखा जाए कि एक परिवार के सदस्यों का नाम एक ही मतदान केंद्र पर हो। किसी भी सदस्य का नाम न छूटे।
दो कि.मी. से अधिक दूरी पर न हो मतदान केंद्र
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने बताया कि दो किलोमीटर से अधिक की दूरी पर मतदान केंद्र नहीं होना चाहिए। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण गतिविधियों के दौरान इस पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि
जिन जिलों में ऐसे मतदान केंद्र हैं, जिसमें मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक और 200 से कम है। उन मतदान केंद्रों का भी सत्यापन कर युक्तियुकरण की कार्रवाई की जाये। बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. के.डी. त्रिपाठी मौजूद रहे।