राजस्थान में विदाई से पहले मानसून जमकर मेहरबान, आज यहां होगी बारिश
जयपुर
राजस्थान में विदाई से पहले मानसून पूरी तरह से मेहरबान है। राज्य में कोटा, उदयपुर, जयपुर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में बीती रात तेज बारिश हुई। बारां, सवाई माधोपुर, झालावाड़ के कई हिस्सों में 2 इंच तक पानी गिरा। मौसम विभाग केंद्र जयपुर के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम का असर आज से राजस्थान में देखने को मिलेगा। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि राज्य में इस सिस्टम का असर 24 सितंबर तक रहेगा। उसके बाद से प्रदेश में मानसून की विदाई की कंडीशन बनने लगेगी। पिछले 24 घंटे के दौरान अजमेर, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर और प्रतापगढ़ जिले में बारिश हुई। बारां के मांगरोल, अजमेर के केकड़ी और सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 2 इंच तक बरसात हुई।
दो जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट
मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- वर्तमान में झारखंड और उसके आसपास के क्षेत्र के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर से होकर गुजर रही है। इस सिस्टम के असर से आज बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा अजमेर, जयपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, कोटा, झालावाड़, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, टोंक, भीलवाड़ा समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।राजस्थान से मानसून की विदाई भी 25 सितम्बर से शुरू हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के आसपास अब हवा की दिशा बदलने लगी है। वहां एंटी साइक्लोन बनने की कंडीशन बन रही है। इस कंडीशन में हवा घड़ी की दिशा में घूमती है, जो मानसून की विदाई के लिए अनुकूल होती है। हालांकि पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां अगले सप्ताह में जारी रहने की संभावना है।
अब तक 14 फीसदी ज्यादा बारिश
सिंचाई विभाग के अनुसार राजस्थान में मानसून की अब तक की स्थिति देखे तो सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। राज्य में एक जून से 21 सितंबर तक औसत बारिश 426.6MM होती है, जबकि इस सीजन में अब तक 487.7 एमएम औसत बरसात हो चुकी है। पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों की स्थिति देखे तो यहां हनुमानगढ़ को छोड़कर शेष जिलों में सीजन की बारिश का कोटा पूरा हो चुका है।