2024 के आम चुनाव में मोदी vs केजरीवाल के बीच होगा सीधा मुकाबला- मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने घर पर सीबीआई द्वारा छापेमारी किए जाने के एक दिन बाद कहा कि मेरे खिलाफ कार्रवाई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को रोकने के लिए की जा रही है। 2024 की लड़ाई (लोकसभा चुनाव) अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी के बीच होगी।
मनीष सिसोदिया ने शनिवार को अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी के खिलाफ निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विकास योजनाओं को रोकने की कोशिश कर रही है। इसके चलते सीबीआई ने मेरे खिलाफ एक्साइज पॉलिसी स्कैम का केस किया है। 2024 का आम चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच होगा।
विपक्षी सरकारों को गिराने में लगे हैं मोदी
सिसोदिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी सिर्फ विपक्षी सरकारों को गिराने में लगे हैं। नरेंद्र मोदी की तुलना अरविंद केजरीवाल से करते हुए सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल आम आदमी के लिए काम करते हैं, जबकि मोदी सिर्फ अमीरों के लिए काम करते हैं। अपने खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार करते हुए सिसोदिया ने कहा कि मेरा सिर्फ इतना अपराध है कि मैं अरविंद केजरीवाल के कैबिनेट में शिक्षा मंत्री हूं। सिसोदिया ने कहा, "उनका मुद्दा शराब या आबकारी घोटाला नहीं है। उनकी समस्या अरविंद केजरीवाल हैं। मेरे खिलाफ कार्यवाही, मेरे आवास और कार्यालय पर छापेमारी, उन्हें रोकने के लिए है।"
सिसोदिया ने कहा, मैं किसी भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं। मेरी एकमात्र गलती यह है कि मैं अरविंद केजरीवाल सरकार का शिक्षा मंत्री हूं।
सिसोदिया ने कहा, हो सकता है कि सीबीआई मुझे अगले 3-4 दिनों में गिरफ्तार कर ले, लेकिन हम डरेंगे नहीं। वे हमें रोक नहीं सकते। 2024 का चुनाव आप बनाम भाजपा होगा।
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने दावा किया कि उन्होंने दिल्ली की शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणालियों में सुधार करके जनता के लिए काम करने वाले नेता के रूप में अपनी क्षमता को साबित किया है।
उन्होंने कहा कि जिस आबकारी नीति से सारा विवाद खड़ा हो रहा है, वह देश की सर्वोत्तम नीति है।
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने दावा किया, हम इसे पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ लागू कर रहे थे। अगर दिल्ली एलजी ने नीति को विफल करने की साजिश रचकर अपना फैसला नहीं बदला होता, तो दिल्ली सरकार को हर साल कम से कम 10,000 करोड़ रुपये मिलते।
उन्होंने कहा, गुजरात में आबकारी नीति के माध्यम से लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई। अगर उन्हें आबकारी अनियमितताओं या किसी खामी के बारे में कोई चिंता है, तो पूरे सीबीआई और ईडी कार्यालय को गुजरात में स्थानांतरित कर देना चाहिए था।
उन्होंने दावा किया, अगर वे वास्तव में भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं, तो आज, ईडी और सीबीआई को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की जांच करनी चाहिए, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के तुरंत बाद भारी बारिश के कारण गहरे गड्ढे हो गए हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, केजरीवाल सोचते हैं कि देश को सभी मानकों पर कैसे विकसित किया जाए, प्रधानमंत्री मोदी सोचते हैं कि राज्यों में गैर-भाजपा सरकारों को कैसे गिराया जाए और अपनी सरकार बनाई जाए।
सिसोदिया ने कहा, सीबीआई की प्राथमिकी में सूत्रों के हवाले से एक करोड़ रुपये के घोटाले का जिक्र है, बीजेपी नेताओं द्वारा किए गए 8,000 करोड़ रुपये के सबसे बड़े दावे का क्या?
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के सबसे बड़े अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने 18 अगस्त को अपने पहले पन्ने पर दिल्ली के शिक्षा मॉडल को कवर किया था। यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। गंगा के किनारे हजारों शवों का अंतिम संस्कार करते हुए एक और कहानी लगभग डेढ़ साल पहले प्रकाशित हुई थी। हालांकि, यह हम सभी के लिए शर्मनाक था।
सिसोदिया ने कहा, पीएम मोदी और अरविंद केजरीवाल के बीच यही अंतर है कि केजरीवाल किसी को ईमानदारी से काम करते हुए देखते हैं, तो वह उन्हें और अधिक करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, लेकिन वे (भाजपा नेता) रास्ते में बाधा डालने की साजिश करते हैं। मैं कहना चाहूंगा कि यह पीएम मोदी को शोभा नहीं देता, जिन्हें इतनी बड़ी जीत मिली है।
कुछ दिनों में गिरफ्तार कर सकती है सीबीआई
एक्साइज पॉलिसी पर बोलते हुए सिसोदिया ने कहा कि यह देश की सबसे अच्छी नीति है। अगर दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस नीति के खिलाफ साजिश नहीं की होती तो दिल्ली सरकार को हर साल कम से कम 10,000 करोड़ रुपए मिलते। सिसोदिया ने कहा कि वह देश की खातिर जेल जाने के लिए तैयार हैं। सीबीआई कुछ दिनों में उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।