November 25, 2024

भजन संध्या देश की गंगा-जमुनी तहजीब को और मजबूत करेगी : मंगुभाई पटेल

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राज्यपाल पटेल रविन्द्र भवन में  "एकै राम रहीम… कार्यक्रम में हुए शामिल
वंचित समाज को आगे लाना, उनकी बेहतरी के लिए काम करना, बापू को सच्ची श्रद्धांजलि

भोपाल

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि संगीत में अद्भुत शक्ति होती है। भजन संध्या देश की गंगा-जमुनी तहजीब की समृद्ध परंपरा को और अधिक मजबूत बनाएगी। कलाकार अपनी साधना से भारतीय संस्कृति के कलात्मक गौरव को नई ऊंचाइयाँ प्रदान करेंगे और देश-दुनिया में भारत का नाम रोशन करेंगे।

राज्यपाल पटेल रविन्द्र भवन में “एकै राम रहीम…” भजन संध्या कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। आयोजन संस्कृति विभाग के स्वराज संस्थान द्वारा किया गया था। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री सुउषा ठाकुर मौजूद थी। भजन संध्या में प्रख्यात गायक ध्रुव शर्मा और गायिका स्वर्णने भजनों की संगीतमय प्रस्तुति दी।

  राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि पिछड़े और वंचित समाज को आगे ले कर आना और उनकी बेहतरी के लिए काम करना, बापू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि हर दिन आत्म अवलोकन करे, अच्छे कामों से प्रेरणा लें, गलतियों के लिए ईश्वर से क्षमा मांगे, तभी मानव जीवन की सार्थकता है।

“वैष्णव जन ते…” में बापू के आदर्श, दर्शन और चिंतन की झलक

राज्यपाल पटेल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भजनों से अगाध प्रेम था। संत नृसिंह मेहता द्वारा रचित “वैष्णव जन ते…” में बापू का सम्पूर्ण जीवन दर्शन, आदर्श और चिंतन का सार समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि यह भजन हमें मानव जाति के प्रति समानता, प्रेम और दुखियों की पीड़ा को समझकर उसे दूर करने का संदेश देता है। पटेल ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के भारतीय चिंतन पर आधारित गांधीजी के दर्शन में समकालीन विश्व की चुनौतियों के समाधान निहित है। गांधी जी भारतीय संस्कृति की धरोहर और विरासत हैं।

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृतकाल के प्रसंग पर हम सब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें। उनके दर्शन सत्य, अहिंसा, अनुशासन, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी को आत्मसात कर आगे बढ़ने का संकल्प करें। पटेल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर नमन किया और आव्हान किया कि उनके नारे जय जवान-जय किसान के बाद अब जय विज्ञान और जय अनुसंधान की ओर भारत को अग्रसर रहना चाहिए।

संस्कृति मंत्री सुऊषा ठाकुर ने भजन संध्या कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री हम सबके लिए प्रेरणा के पुंज है। महापुरूषों की जयंती उनके सदगुणों को आत्मसात कर अपने आचरण में उतारने का अवसर होता है।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने दीप प्रज्जवलन कर भजन संध्या का शुभारंभ किया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित किए। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने इस अवसर पर गांधी दर्शन और आदिगुरू शंकराचार्य के जीवन पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में अपर सचिव संस्कृति श्रीमती उर्मिला शुक्ला उपस्थित थी। उप संचालक एस.के. वर्मा ने आभार व्यक्त किया।     

 

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