नई अर्जी दाखिल, ज्ञानवापी के सर्वे के लिए ASI ने चार हफ्ते का और समय मांगा
वाराणसी
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को पूरा करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने अदालत से चार हफ्ते का और समय मांगा है। एएसआई की ओर से स्टैंडिंग काउंसिल के अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव ने जिला जज की कोर्ट में इस बाबात प्रार्थना पत्र दिया। इससे पहले भी एएसआई ने आठ हफ्ते का समय मांगा था लेकिन अदालत ने चार हफ्ते का समय देते हुए 6 अक्टूबर तक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था। एएसआई ने तीसरी बार डेट बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। एएसआई के प्रार्थना पत्र पर अदालत ने प्रतिवादियों से आपत्ति मांगी है। माना जा रहा है कि अब कल इस मामले पर सुनवाई हो सकती है।
वाराणसी जिला जज की अदालत ने इस साल 21 जुलाई को चार अगस्त तक वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। एएसआई ने 24 जुलाई को सर्वे शुरू कर दिया, लेकिन इसी बीच मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था। पांच घंटे तक सर्वेक्षण के बाद ही इस पर 26 जुलाई तक रोक लग गया था। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट को मामला देखने और फैसला लेने का आदेश दिया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट से भी राहत नहीं मिली और सर्वेक्षण दोबारा शुरू हो गया। पहले चार अगस्त को जिला जज की अदालत में सर्वेक्षण रिपोर्ट देनी थी। एएसआई ने कोर्ट से चार सप्ताह का और समय मांगा। तब अदालत ने दो सितम्बर तक सर्वे की मोहलत दी थी।
दो सितंबार को जिला जज के अवकाश पर होने के कारण प्रभारी जिला जज/एडीजे प्रथम संजीव सिन्हा की अदालत में एएसआई ने सर्वे के लिए आठ हफ्ते का अतिरिक्त समय मांगा था। अदालत ने एएसआई को जिला जज के समक्ष प्रार्थनापत्र पेश करने के लिए आदेश दिया। जिला जज के सामने चार सितम्बर को पत्रावली पेश की गई।