राजस्थान में सफाई कर्मचारियों के 11 हजार 772 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू
जयपुर
प्रदेश के 187 नगरीय निकायों में सफाई कर्मचारियों के 11 हजार 772 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से नए पदों को लेकर प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की गई. साथ ही निकायवार स्टाफिंग पैटर्न के अनुसार नए स्वीकृत होने वाले पदों की संख्या भी जारी की गई. जिसमें सर्वाधिक 635 कर्मचारी अलवर नगर निगम को मिलेंगे, जबकि 599 हेरिटेज नगर निगम जयपुर के खाते में आए हैं.
इसके इतर ग्रेटर नगर निगम से 340 और उदयपुर नगर निगम से 338 स्वीकृत पदों को खत्म किया जाएगा. सफाई आयोग के उपाध्यक्ष दीपक दादोरिया सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर लगातार नगर निगम व अन्य जगहों पर मीटिंग कर निस्तारण करने का प्रयास कर रहे हैं.
स्टाफिंग पैटर्न के अनुसार भर्ती
प्रदेश में 2011 की जनसंख्या के आधार पर सफाई कर्मचारियों के पदों पर भर्ती की जा रही है. जिसके तहत सभी नगरीय निकायों में 1हजार की जनसंख्या पर 4 कर्मचारियों को लगाया जाएगा. साथ ही प्रशासनिक विभाग की ओर से स्टाफिंग पैटर्न से ज्यादा स्वीकृत 2981 पदों का समायोजन भी किया जाएगा. वहीं पूर्व में सफाई कर्मचारी पद पर भर्ती हुए कार्मिकों को उनके मूल पद पर लगाने को लेकर भी अब राज्य सफाई कर्मचारी आयोग ने सख्ती दिखाई है.
सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम पहुंच सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को भी सुना. साथ ही सफाई व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए कार्यालयों में लगे हुए कर्मचारियों को मूल पद पर कार्य करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने बताया कि अनुकंपा नियुक्ति के कई प्रकरण पेंडिंग चल रहे हैं. ऐसे में जो जायज मामले हैं, उनको जल्द नियुक्ति दे दी जाएगी. पेंडिंग चल रहे ईएसआई/पीएफ का पैसा मृतक आश्रितों को भुगतान कर दिया जाएगा. दीपक डंडोरिया ने बताया कि सफाई कर्मचारी भर्ती 2023 की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी ली गई है. फार्मों की छटनी से लेकर के नगरीय निकायों के नवीन स्वीकृत पदों की सूची भी जारी की जा चुकी है.
त्योहार का समय नजदीक
सफाई आयोग के उपाध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने स्पष्ट किया कि जो कर्मचारी मूल पद पर नहीं लगे हुए, उनको सफाई कार्य में लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. जिसका असर एक-दो दिन में देखने को मिल जाएगा. राजधानी में लगभग ऐसे 1500 से ज्यादा मामले हैं. उन्होंने कहा कि मीटिंग में जनसुनवाई का मूल उद्देश्य आगामी समय में त्यौहार को देखते हुए सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करवाना है क्योंकि त्योहार का समय आ गया है और राजधानी की पूरी तरह सफाई व्यवस्था होना जरूरी है. इसी को ध्यान में रखते हुए सभी सफाई कर्मचारियों को निर्देश भी दिया गया है.
डंडोरिया ने कहा कि हमारा प्रयास है कि त्योहार के इस माहौल में जयपुर की जनता को हम साफ सुथरा और स्वच्छ जयपुर दे सके उसके लिए प्रयास लगातार जारी हैं. डंडोरिया ने कहा कि सरकार मुख्यमंत्री गहलोत सफाई कर्मचारी सहित सभी नगर निकायों के लिए कर काफी संवेदनशील है और इसीलिए हम भी लगातार उनके लिए प्रयास कर रहे है.
इसके साथ ही डंडोरिया ने सफाई कर्मचारियों को इलेक्शन ड्यूटी में लगाए जाने पर सवाल उठाए, साथ ही इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी से जवाब लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी का चुनावी कार्य में क्या काम, आवश्यक है तो क्लर्क से लेकर अधिकारी की ड्यूटी लगाएं.