राजस्थान में लॉकर से निकला सवा करोड़ का कैश और सोना, नोट गिनने के लिए मंगवाई गई मशीनें
जयपुर
राजधानी जयपुर में गणपति प्लाजा में स्थित रॉयरा सेफ्टी वॉलेट्स पर मारे जा रहे आयकर छापों में अब काली कमाई निकलने लगी है. आयकर विभाग की टीमों ने मंगलवार को कई लॉकर ऑपरेट किए तो उनमें छिपा काला धन देखकर अधिकारी दंग रह गए. रॉयरा सेफ्टी वॉलेट्स में करोड़ों की नगदी और सोना निकला है. उसके बाद आयकर विभाग ने अपनी जांच तेज कर दी है. वहीं लॉकर्स से धन की बरसात होने के बाद बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि आखिरकार उनका दावा सच निकला.
गणपति प्लाजा में स्थित रॉयरा सेफ्टी वॉलेट्स से अब काले धन की बरसात शुरू हो गई है. आयकर विभाग की रेड में ये लॉकर्स करोड़ों रुपये और गोल्ड उगल रहे हैं. आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक इन लॉकर्स से बड़े पैमाने पर कैश और गोल्ड ज्वेलरी की जब्त की गई है. एक लॉकर से एक करोड़ से ज्यादा कैश मिला है. दूसरे लॉकर से 30 लाख से ज्यादा कैश मिला है. वहीं एक अन्य लॉकर से 1 किलो से ज्यादा सोना बरामद हुआ है. आयकर विभाग ने कैश और गोल्ड की जांच शुरू कर दी है.
इदरीस हसन के लॉकर से एक करोड़ से ज्यादा कैश मिला
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार कारोबारी कार्तिक कूलवाल के लॉकर से 1 किलो से ज्यादा सोना मिला है. कारोबारी के लॉकर से कारोबार संबंधी अहम दस्तावेज भी किए गए जब्त किए गए हैं. वहीं रावत मिष्ठान भंडार के मालिक के लॉकर से 30 लाख का कैश मिला है. उसके बाद रावत मिष्ठान भंडार के मालिक के घर पर भी आयकर विभाग ने छापे मारे हैं. इदरीस हसन के लॉकर से एक करोड़ से ज्यादा का कैश मिला है. बताया जा रहा है कि यह रकम हज यात्रा में की गई कमीशनखोरी से जमा की गई है. उसके बाद उसे गणपति प्लाजा के रॉयरा सेफ्टी वॉलेट्स में जमा कर दिया गया.
डॉक्टर दानिश अली के लॉकर से 50 लाख रुपये मिले
वहीं डॉक्टर दानिश अली के लॉकर से 50 लाख रुपये मिले हैं. आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग ने ये कैश जब्त कर लिया है. डॉक्टर दानिश अली से आयकर विभाग पूछताछ कर रहा है. सांसद किरोड़ीलाल मीणा का कहना है कि गणपति प्लाजा के सभी बेनामी लॉकर्स की गहनता से जांच की जानी चाहिए. यदि ऐसा किया गया तो भ्रष्टाचार कर जमा किया गया करोड़ों रुपये का कालाधन बरामद होगा और और वे लोग बेनकाब होंगे जिन्होंने राजस्थान को लूटा है.
राजस्थान को लूटने वाले होंगे बेनकाब : लॉकर्स में सोना और नकदी बरामद होने के बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैंने दावा किया था कि गणपति प्लाजा के लॉकर्स में करोड़ों का काला धन और सोना रखा हुआ है. यह करोड़ों की नकदी और सोना आज सामने आया है. उन्होंने आरोप लगाया कि डीओआईटी (DoIT) के अधिकारी ने यहां पर संपत्ति रखी थी. मामला उठाने के बाद लॉकर्स खाली करा दिए गए. बेनामी लॉकर्स में काला धन रख दिया है. सरकार से मांग है कि गणपति प्लाजा के सभी बेनामी लॉकर्स की गहनता से जांच की जाए. अगर ऐसा किया गया तो भ्रष्टाचार करके एकत्रित किया गया करोड़ों का काला धन बरामद होगा. वे लोग भी बेनकाब होंगे, जिन्होंने राजस्थान को लूटा है.
किरोड़ी लाल के आरोप : किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जो मैंने कहा था वैसे ही काला धन यहां पर बरामद होना शुरू हो गया. अब सभी बेनामी लॉकर्स को भी खोला जाए ताकि सभी भ्रष्टाचारियों के चेहरे बेनकाब हो सकें. उन्होंने कहा कि सरकार से मांग करता हूं कि उन बेनामी लॉकर्स का पता करें और गहनता से जांच करवाई जाए. उन्होंने कहा कि DoIT में जो 5000 करोड़ का घोटाला हुआ है, जिसकी आंच बड़े ब्यूरोक्रेट्स और बड़े नेताओं तक जानी है.
व्यापारियों ने जताया था विरोध : राजस्थान में चुनावी सीजन में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडी लाल मीणा ने 13 अक्टूबर को दावा किया था कि गणपति प्लाजा के लॉकर्स में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी लोगों का भ्रष्टाचार से अर्जित धन रखा हुआ है. उन्होंने कहा था कि जल जीवन मिशन, डीओआईटी घोटाला और पेपर लीक का काला धन गणपति प्लाजा के लॉकर्स में छुपाकर रखा गया है. लॉकर्स में कम से कम 500 करोड़ रुपए और 50 किलो सोना रखा हुआ है. इसके बाद पुलिस ने गणपति प्लाजा में जाप्ता तैनात कर दिया. आयकर विभाग और ईडी के अधिकारी लॉकर्स की जांच करने के लिए पहुंचे. हालांकि, शुरुआत में खोले गए लॉकर्स में कुछ भी बरामद नहीं हुआ. इसके बाद गणपति प्लाजा के व्यापारियों ने किरोड़ी लाल मीणा का विरोध जताया. व्यापारियों ने कहा था कि इनकम टैक्स का छापा पड़वाकर व्यापार को डिस्टर्ब किया है. यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं है. इसके बाद मंगलवार को इनकम टैक्स की छापेमार करवाई में नकदी बरामद हुई है.