मध्य प्रदेश में तेज हुईं चुनावी तैयारियां, कर्मचारियों को मिलेगी ट्रेनिंग
भोपाल
विधानसभा चुनाव को लेकर ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) का आवंटन शुरू कर दिया गया है। जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल जितने मतदान केंद्र हैं, उनके हिसाब से 116 प्रतिशत ईवीएम का आवंटन किया गया है।
वहीं, आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। बता दें कि जिले में ढाई हजार से अधिक बैलेट यूनिट (बीयू), कंट्रोल यूनिट (सीयू) और वीवीपैट मशीनें उपलब्ध हैं। इनमें से 10 प्रतिशत से अधिक मशीनों को मतदान कर्मचारियों के प्रशिक्षण में उपयोग किया जा रहा है।
तीन मशीनों से मिलकर बनती है ईवीएम
जिले में अभी कुल 2034 मतदान केंद्र हैं। यदि इनके हिसाब से 116 प्रतिशत 2360 ईवीएम को सात विधानसभा चुनाव के लिए आवंटित किया गया है। दरअसल, एक बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट इन तीन मशीनों को मिलाकर एक ईवीएम बनती है।
जिले के भदभदा स्थित ईवीएम स्ट्रांग रूम में अभी पांच हजार पांच बैलेट यूनिट, तीन हजार 119 कंट्रोल यूनिट और तीन हजार 345 वीवीपैट मशीनें रखी हुई हैं। इनमें से चुनाव में उपयोग के लिए दो हजार 550 बैलेट और कंट्रोल यूनिट हैं, जबकि दो हजार 754 वीवीपैट मशीनें हैं। जिले में मतदान केंद्रों के हिसाब से 125 प्रतिशत तक मशीनें उपलब्ध कराने के लिए रखी गई हैं।
प्रत्याशी ज्यादा हुए तो बढ़ेगी बैलेट यूनिट
प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा सात विधानसभा क्षेत्र हुजूर, गोविंदपुरा, बैरसिया, नरेला, मध्य, उत्तर और दक्षिण-पश्चिम में से कुछ पर प्रत्याशी उतार दिए हैं, जबकि कुछ पर घोषणा होना शेष हैं। वहीं, चुनाव में अन्य राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में उतरते हैं। यदि विधानसभा क्षेत्र में अधिक प्रत्याशी होंगे तो वहां के केंद्रों पर बैलेट यूनिट की संख्या बढ़ा दी जाएगी।
विधानसभा चुनाव को लेकर ईवीएम का आवंटन विधानसभा क्षेत्र के अनुसार कर दिया गया है। क्षेत्र में जितने मतदान केंद्र हैं उनसे 116 प्रतिशत अधिक मशीनें दी गई हैं। यदि जरूरत लगेगी तो प्रशिक्षण में उपयोग की जा रही मशीनों को भी आवंटित कर दिया जाएगा।