मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जांच करने में छूट रहे पसीने आखिर क्यों ?, नवनिर्वाचित सरपंच को भी नहीं मिल रहा चार्ज
सिवनी
महेंद्र सनोडिया की खास रिपोर्ट जन चर्चा प्राप्त की जनपद पंचायत सिवनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक कुमार लोगों द्वारा भ्रष्ट सरपंच सचिव की शिकायतों की जांच कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बमोरी के ग्राम परतापुर के नागरिकों द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई थी पूर्व सरपंच सचिव ने परतापुर कॉलोनी में विधायक निधि से विधायक सभा मंच के लिए ₹200000 स्वीकृत किए गए है।
जिस स्थान का नक्शा खसरा निर्माण फाइल में जमा किए गए हैं उसी स्थान पर आज तक किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं कराया गया और ना ही वहां पर मटेरियल गिराया गया जबकि ग्राम पंचायत के खाते से ₹80000 आहरण कर लिए गए जब इसकी जानकारी गांव वालों को लगी तो उन्होंने इस पूरे मामले की जांच के लिए जनपद सीईओ को आवेदन दिया जब आवेदन पर कार्रवाई नहीं हुई तो जागृत लोगों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराया और जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की गई शिकायत 20 मई 2022 को की गई 3 माह बीत जाने के बाद भी एल वन अधिकारी एवं सीओ महोदय ने इस शिकायत को आज तक संज्ञान में लेना जरूरी नहीं समझा अब इसे क्या समझा जाए आखिर सीईओ साहब जांच कराने में क्योंकि नहीं ले रहे हैं और इससे ऐसा जान पड़ता है कि सीईओ अभिषेक कुमार कि भ्रष्टाचारियों के साथ सांठगांठ है जिसके कारण 3 माह बीत जाने के बाद भी जांच लंबित है पुनः शिकायतकर्ता ने जनहित में सीईओ से मांग किया है कि यदि आप भ्रष्टाचार में शामिल नहीं है तो पूरे मामले की जांच 3 दिन के भीतर कराएं ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो जाए यह तो पता चल सके कि सभा मंच निर्माण कहां हुआ है या नहीं हुआ है और राशि कैसे जारी हो गई।
नवनिर्वाचित सरपंचों को आखिर क्यों नहीं मिल रहा चार्ज
1 जनवरी 2015 से 15 जुलाई 2022 तक की जानकारी नवनिर्वाचित सरपंचों को देना है जिले के अनेक स्थानों से प्राप्त जानकारी अनुसार पूर्व सरपंच और सचिव नए निर्वाचित सरपंचों को चार्ज देने में आनाकानी कर रहे हैं सचिव तारीख पे तारीख बनाते जा रहे हैं पिछले 7 सालों में हुए निर्माण कार्यों का विवरण के साथ कार्यों में खर्च राशि कार्य पूर्ण पूर्ण एवं कार्यों की माप पुस्तिका एवं पासबुक फेसबुक सहित समस्त रजिस्टर एवं स्टॉक पंजी की जानकारी पूर्व सरपंच एवं सचिव घबरा रहे हैं कहीं उनकी करने की प्रवीण सरपंच और जनता के सामने ना खुल जाए इसी के सचिव निर्वाचित चार्ज देने में लेट कर रहे हैं ज्ञात हुआ है क्या निकाली गई उपयोग में ले रहे हैं जबकि पंचायत कार्यालय में यह सब जमा होने थे।
जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सचिव सरपंचों को दिया गया आदेश को प्रभारी सचिव नहीं मान रहे हैं जिसके कारण नवनिर्वाचित सरपंचों को निर्धारित दिनांक 8. 8. 2022 तक अनेकों सचिवों ने चार्ज नहीं सौंपा है। इस पूरे मामले में पंचायत इंस्पेक्टर पंचायत समन्वयक उपयंत्री भी शामिल है जिन्हें ईमानदारी से देखरेख कर के निर्वाचित सरपंचों को चार्ज दिलवाना है इन सभी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है अनेकों ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं और सचिव सरपंच ने मूल्यांकन से अधिक राशि आहरण कर लिए हैं। अब देखना है इस पूरे मामले में जनपद एवं जिला पंचायत के सीईओ क्या एक्शन लेते हैं।