राज्यपाल पटेल पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल
भोपाल
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि पुलिस समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। पुलिस अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करते हुए असामाजिक तत्वों एवं राष्ट्रद्रोही ताकतों का पूरी कठोरता के साथ दमन करें। समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे के वातावरण को मजबूत रखने से विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। राज्यपाल पटेल लाल परेड ग्राउंड में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश एवं प्रदेश के शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल पटेल ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। राज्यपाल पटेल ने कहा है शहीदों के परिजन अकेले नहीं है, वे स्वयं, प्रदेश की जनता, पुलिस प्रशासन और सम्पूर्ण समाज शहीदों के परिजनों के साथ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस देश के श्रेष्ठ बलों में से एक है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस अपराधों की त्वरित विवेचना और अपराधियों को सजा दिलाने के साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं हो। समाज में सुरक्षा की भावना के वातावरण को बनाये रखने के लिये आम आदमी को भी पुलिस का सहयोगी बनना होगा। उन्होंने कहा कि जनता को सुरक्षित महसूस कराने में पुलिस की सजगता, संवेदनशील व्यवहार और वाणी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स जैसे दुर्गम क्षेत्र में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की चीनी सेना से मुठभेड़ हुई थी। मातृभूमि की रक्षा करते हुए जवानों ने कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राणों का उत्सर्ग किया। उन्हीं की स्मृति में देश की समस्त पुलिस इकाइयों द्वारा यह दिवस मनाया जाता है। सक्सेना बताया कि इस वर्ष म.प्र. पुलिस के 17 जवान वीरगति को प्राप्त हुए है। उन्होंने शहीद परिजनों को आश्वस्त किया कि सभी म.प्र. पुलिस परिवार का हिस्सा है। प्रदेश पुलिस सदैव शहीद परिजनों के साथ है।