दिल्ली तक जोर लगाकर बेटी को दिलाया टिकट, अब खुद मैदान संभालेंगे बिसेन
भोपाल
बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बदल सकती है। मौसम बिसेन की जगह पर उनके पिता गौरीशंकर बिसेन को टिकट दिया जा सकता है। इसका फैसला एक-दो में ही पार्टी कर सकती है। नामांकन भरने के दो दिन ही बचे हैं और अब तक मौसम ने नाम निर्देशन पत्र जमा नहीं किया, जबकि उनके पिता गौरीशंकर बिसेन ने गुरुवार को अपना नामांकन जमा कर दिया। मौसम बिसने गुरुवार को ही इलाज करवाकर मुंबई से बालाघाट वापस आई हैं।
बताया जाता है कि इलाज के लिए मुंबई में होने के कारण वे अब तक अपना नामांकन जमा नहीं कर पाई है। जिसके चलते गुरुवार को मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने नामांकन फार्म जमा किया है। उन्होंने भी पार्टी को कहा है कि वे चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं हैं। वे जिस बीमारी से पीड़ित हैं उसमें उन्हें डॉक्टर्स ने राय दी है कि वे अधिक से अधिक आराम करें।
सवाल यह है कि जब मौसम बीमार है तो टिकट क्यों?
गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन बीमार हैं और ऐसा बताया गया है कि उनको जो बीमारी है उसमें उन्हें लगातार कमजोरी रहती है, और उन्हें डॉक्टरों ने ज्यादा काम करने से मना कर रखा है। तो फिर ऐसी स्थिति में गौरीशंकर बिसेन ने अपनी बेटी को अपनी जगह पर टिकट क्यों दिलाया। या तो बेटी के टिकट होने के बाद पिता गौरीशंकर बिसेन का फिर से चुनाव में उतरना कोई राजनीतिक दांव है या मजबूरी है, यह सवाल राजनीतिक गलियारों में लगातार उठ रहे हैं।
भाजपा ने रोक रखी है दो सीट
नामांकन फार्म जमा करने के लिए सिर्फ दो दिन शेष हैं। भाजपा ने अभी तक अपनी दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। गुना और विदिशा दोनों विधानसभाओं को लेकर अभी भी कन्फ्यूजन की स्थिति है। ऐसे में यहां पर न तो चुनावी दौरे हो पाए हैं और न ही किसी तरह का जनसंपर्क भाजपा कर पाई है। सूत्रों के अनुसार आज शाम तक यहां की स्थिति साफ हो जाएगी। गुना से कांग्रेस ने पंकज कनेरिया को टिकट दिया है वहीं विदिशा से शशांक भार्गव मैदान में हैं। पिछले चुनाव में गुना में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, वहीं विदिशा विधानसभा सीट कांग्रेस के खाते में आई थी। कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक को ही टिकट दी है।