कमलनाथ और दिग्वियज सिंह की रविवार रात को लगभग डेढ़ घंटे तक बैठक होती रही
भोपाल
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद कमलनाथ और दिग्वियज सिंह की रविवार रात को लगभग डेढ़ घंटे तक बैठक होती रही। टिकट वितरण के बाद से ही दोनों नेताओं में दूरिया आ जाने को लेकर लगातार चर्चा बनी हुई है। हालांकि दोनों ही नेता सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दूरियों से इंकार करते रहे, लेकिन रविवार को सोनिया गांधी तक यह मसला पहुंचा। सूत्रों की मानी जाए तो सोनिया गांधी ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने फोन पर बात की। उन्होंने ही दोनों नेताओं को साथ में बैठ कर नाराज नेताओं को साधने के लिए रणनीति बनाने को कहा। दिग्विजय सिंह सोमवार की रात को दतिया से दिल्ली के लिए भी रवाना होने वाले हैं। वहीं कमलनाथ को भी दिल्ली बुलाया जा सकता है।
पद देकर मनाने की तैयारी
टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे नेताओं को पद देकर मनाने का क्रम शुरू हो चुका है, जिसमें भोपाल दक्षिण पश्चिम से दावेदारी कर रहे संजीव सक्सेना के भाई प्रवीण सक्सेना को भोपाल जिला अध्यक्ष का पद देकर मनाया गया। वहीं नाराज चल रही निवाडी से दावेदार रोशनी यादव को कांग्रेस संगठन ने प्रदेश महामंत्री बनाकर जहां उन्हें खुश किया तो वहीं कुछ नाराज कार्यकर्ताओं को स्टार प्रचारक में जगह देकर शांत करने की कोशिश की।
पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी माने
धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी विधानसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे। उन्हें मनाने का प्रयास कई दिनों से चल रहा था। आखिरी वे मान गए। पीसीसी चीफ कमलनाथ से आज उनकी मुलाकत भोपाल में हुई। कांग्रेस का दावा है कि राजूखेड़ी मान गए हैं और वे अब कांग्रेस का प्रचार भी करेंगे।
आज साफ हो जाएगी स्थिति
कांग्रेस में कितने दावेदारों ने नाराज होकर नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इसकी स्थिति सोमवार की शाम तक साफ हो जाएगी। इस स्थिति के साफ होने के बाद कांग्रेस उस रणनीति पर काम करेगी जो नाथ और दिग्विजय सिंह के बीच रविवार की रात को बनी।
ऐसे भी मना रहे
कुरवाई से दावेदारी कर रहे प्रदीप अहिरवार , खुरई से दावेदार रहे गुड्डा राजा बुंदेला और जीवन सिंह पटेल को कांग्रेस ने स्टार प्रचारक बना कर मनाया गया। ये सभी टिकट की दावेदारी कर रहे थे, पार्टी इनका उपयोग भी करना चाहती थी, इसलिए इन्हें स्टार प्रचारक बनाकर मनाया गया।