कांग्रेस ने बगावत थामने मुकुल वासनिक को राजस्थान भेजा; जानें क्यों डर रही पार्टी
जयपुर.
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस की चिंता उन दो दर्जन से ज्यादा बागियों को मनाने की है जो निर्दलीय चुनाव लड़कर पार्टी को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके लिए कांग्रेस ने विशेष पर्यवेक्षक मुकुल वासनिक और जितेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कमेटी के नेताओं को बागियों से बातचीत कर जयपुर लाने के लिए भेजा गया है।
बागियों की सूची में शाहपुरा से आलोक बेनीवाल मौजूदा विधायक हैं। हालांकि बेनीवाल निर्दलीय विधायक ही हैं, लेकिन बाड़ाबंदी में ये कांग्रेस के साथ रहे थे। पीलल्दा से सरोज भाटी, पुष्कर से गोपाल बहेती, सूरसागर से रामेश्वर दादीच, राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ से जोहरी लाल मीणा मोजूदा विधायक, संगरिया से पूर्व विधायक डॉ. परमनदीप, सागवाड़ा से पन्नालाल डोरिया, शिव में जिलाध्यक्ष फतेहखां, फलौदी से कुंभ सिंह नागौर में पूर्व विधायक हबिबुर्ररहमान, सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले सिवाना से सुनील परिहार, लूणकरणसर में वीरेंद्र बेनीवाल, जालोर में पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल, जैतारण में पूर्व संसदीय सचिव दिलीप चौधरी, मनोहर थाना में पूर्व विधायक कैलाश मीणा और अजमेर दक्षिण में पीसीसी मेंबर हेमंत भाटी सहित कई नेता शामिल हैं।