कोविड सिंड्रोम रोगियों की पहचान, प्रबंधन और निगरानी पर चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण – स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी
भोपाल
कोविड सिंड्रोम रोगियों की पहचान, प्रबंधन और निगरानी के लिए चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और इको इंडिया के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में एन.सी.डी नोडल अधिकारी एवं नामांकित एम.एण्ड.ई शामिल हुए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य कोविड सिंड्रोम रोगियों की पहचान, प्रबंधन और निगरानी के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं-चिकित्सा अधिकारियों के विभिन्न केडर की क्षमता का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में आमजन के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की पहुँच सुनिश्चित करने की दिशा में मिशन मोड में काम कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि चिकित्सा अधिकारियों को उनके ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए सही संसाधन और अवसर प्रदान करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य चुनौतियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टॉफ को सक्षम बनाना है। इसी अनुक्रम में ईको इंडिया के माध्यम से प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य चिकित्सा प्रणाली और प्रबंधन को सुदृढ़ करना है। प्रशिक्षण से चिकित्सा अधिकारियों को कोविड के बाद होने वाली जटिलताएँ, जिसमें मानसिक एवं मनोवैज्ञानिक समस्या भी आती है, का मुकाबला करने में उन्हें सक्षम बनाना है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य शासन प्राथमिकता के साथ संसाधन और स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि मेरा ऐसा मानना है कि ऐसे कार्यक्रमों की निरंतर आवश्यकता है।
कार्यक्रम में मिशन संचालक एन.एच.एम. सुप्रियंका दास, डिप्टी डायरेक्टर एनसीडी डॉ. नमिता नीलकंठ, एमडी ईको इंडिया संदीप भल्ला, उप संचालक आईईसी डॉ. अर्चना पुंडीर सहित एनएचएम के अधिकारी कर्मचारी और ईको इंडिया के सदस्य उपस्थित रहे।