BJP के घोषणा पत्र पर बोले Ashok Gehlot, जो स्कीम हमने लागू की उसी को घुमा फिराकर दिखाया
जयपुर
भाजपा के घोषणा पत्र पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, उन्होंने होमवर्क नहीं किया है क्योंकि जो स्कीम हमने लागू की है उसी को घूमा फिराकर दिखाया गया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने जनता को बहुत निराश किया है और इनके घोषणा पत्र में कुछ दम नहीं है ।
जयपुर में शुक्रवार को मीडिया से रुबरू होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र में कुछ भी नया नहीं है। ऐसा लगता है कि बीजेपी ने होमवर्क तक नहीं किया है, क्योंकि उन्होंने केवल उन योजनाओं के बारे में बात की है जिन्हें हमने लागू किया है या लागू करने का वादा किया है। इन्होंने प्रदेश की जनता को निराश किया और इनके घोषणा पत्र में कोई दम नहीं है।
गैस सिलेंडर का जिक्र…कहा-हमारे पीछे-पीछे चल रही बीजेपी
बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में राजस्थान के गरीब परिवारों की महिलाओं को 450 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा किया गया है। जिस पर सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को भी 450 रुपए में एलपीजी सिलेंडर की भी घोषणा करनी चाहिए। केंद्र सरकार ने पहले हमारे दवाब में आकर 200 रुपए कम किए और अब ये 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की बात कर रहे है। इनका मकसद तो सिर्फ उज्जवला योजना तक है, लेकिन हम अपनी गारंटी के साथ इससे आगे बढ़ गए है। हम प्रदेश के 1 करोड़ लोगों को 500 रुपए में सिलेंडर देंगे और ये हमारे पीछे-पीछे चल रहे है।
कांग्रेस की गारंटियां ही नहीं…हम भी बीजेपी पर भारी
सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सात गारंटियां बीजेपी के घोषणा पत्र पर भारी पड़ेगी। इतना ही नहीं हम भी इन पर भारी पड़ रहे है। हमारे खिलाफ झूठे आरोप लगाने के अलावा इनके पास कुछ नहीं है। लेकिन, हम इनके आरोपों का क्या जवाब दे? हमने राजस्थान में विकास कार्य किए है। इनके दम पर ही हम राजस्थान में इस बार रिवाज बदलने जा रहे है।
पीएम मोदी और यूपी के सीएम पर साधा निशाना
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि 10 दिन पहले बनारस यूनिवर्सिटी में लड़की के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया। ये घटना पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र में हुई। लेकिन, ये उस घटना पर कुछ भी नहीं बोलेंगे। एम और यूपी में जो महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं हुई है, उन पर ये क्यों नहीं बोलते है। राजस्थान में भी ऐसी घटनाएं हुई है। ऐसे मामलों में राजस्थान पुलिस तुरंत एफआईआर दर्ज करती है। लेकिन, पहले ऐसा नहीं होता था। राजस्थान के अलावा किसी राज्य में ऐसा नहीं हुआ है, इसलिए मैं यही कहूंगा कि इनकी बातों में कोई दम नहीं है।