September 24, 2024

कांगड़ा शहर की रफ्तार वाहनों के बढ़े बोझ से रुकी, कांगड़ा बाईपास खुलने की अभी कोई उम्मीद नहीं

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कांगड़ा
भूस्खलन से बंद हुए कांगड़ा बाईपास रोड से गुजरने वाले वाहनों को अब कांगड़ा शहर से भेजा जा रहा है। कांगड़ा शहर की सड़कों पर एकाएक वाहनों के बढ़ते बोझ ने कांगड़ा शहर की जिंदगी को ब्रेक लगा दिया है। हालात यह है कि कांगड़ा शहर लंबे ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहा है। लोग घंटो जाम में फंसने के कारण अपनअपन गंतव्य स्थान पर लेट से पहुंच रहे है। आलम यह है कि दूसरे प्रदेशों में जाने वाले लोगों को अब कांगड़ा शहर से गुजरने पर लगभग दो से तीन घंटे का समय लग रहा है।

कांगड़ा प्रशासन ने जाम से निपटने के लिए व्यवस्था तो की है लेकिन छोटी सड़क व ऊपर से बड़े वाहनों का इन छोटी सड़कों से जाना जाम का मुख्य कारण बन गया है। बाईपास रोड पिछले चार दिनों से बंद है और सारे वाहन अब कांगड़ा बस अड्डा रोड से होकर जा रहे है और ऐसे में दोनों तरफ वाहनों के काफिले से जाम लग रहा है और इस जाम को खुलने में दो से तीन घंटे का समय लग रहा है।

मटौर तक पहुंचने के लिए लग तरह तीन घंटे
कांगड़ा बाईपास से मटौर तक पहुंचने में जहां पहले 10 से 15 मिनट का समय लगता था वही अब एक घंटे से तीन घंटे का समय लग रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग मटौर शिमला के अंतर्गत आने वाले कांगड़ा बाईपास रोड को भारी वर्षा से भूस्खलन का शिकार हो गया जिससे 20 अगस्त को कांगड़ा बाईपास रोड़ को वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था।

भूस्खलन से घंसी सड़क को दोबारा खड़ा करने में लग सकता दो से तीन माह का समय
भूस्खलन के स्थान पर कांगड़ा प्रशासन व राष्टीय राज मार्ग विभाग ने दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था परंतु बाईपास रोड़ पर हुए भूस्खलन से सड़क के नीचे का कई मीटर हिस्सा बनेर खड्ड में चला गया है और ऐसे में दोबारा सड़क के निर्माण होने में दो से तीन माह का समय लग सकता हैं। इतने दिन तक कांगड़ा वासियों को जाम की समस्या से दो चार होना पड़ेगा।

वैकल्पिक मार्ग से वाहन भेजने का कांगड़ा प्रशासन कर रहा है विचार
कांगड़ा में बढ़ते जाम से निजात दिलाने के लिए कांगड़ा प्रशासन वैकल्पिक मार्ग से वाहन भेजने का विचार कर रहा है और इस संबंध में जिलाधीश कांगड़ा व सरकार को खाका भेजा गया है। बड़े वाहनों में पठानकोट की ओर जाने वाले वाहनों को रानीताललंज रोड से भेजा जाएगा और पालमपुर जाने वाले वाहनों को रानीताल बड़ोह रोड से भेजा जिससे कांगड़ा आने वाले बड़े वाहनों का बोझ कम होगा और कुछ राहत मिलेगी। उपमंडलाधिकारी नवीन तंवर ने बताया कि खाका जिलाधीश कांगड़ा व सरकार को भेजा गया है और एक दो दिन में इस निर्णय पर मोहर लग सकती है।

क्षतिग्रस्त हुए बाईपास रोड को ठीक करने का कार्य शुरू
मटौर शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रोजेक्ट अधिकारी बीएस मीना ने बताया कि क्षतिग्रस्त बाईपास रोड को ठीक करने का कार्य शुरू करवा दिया गया है। दो दिनों के अंदर एक तरफ का यातायात बहाल करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि दो दिन के बाद एक तरफा यातायात बहाल हो जाता है तो भी कांगड़ा शहर के लग रहे जाम से कुछ राहत मिलेगी।

श्रद्धालु परेशान, बडे वाहनों में आने वाले श्रद्धालु पांच किलोमीटर चल कर पहुंच रहे है मंदिर
बाईपास रोड बंद होने से शक्तिपीठ माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर आने वाले श्रद्धालु की दिक्कत बढ़ा दी है। हालत यह है कि कांगड़ा बाईपास चौंक पर बड़े वाहनों में आ रहे इन श्रद्धालुओं के वाहन रोके जा रहे है और वहां से यह श्रद्धालु पैदल मंदिर जा रहे है। महिलाओं व बुर्जुगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

वाहनों के बोझ को कम करने के लिए बनाया गया था कांगड़ा बाईपास
कांगड़ा : कांगड़ा बाईपास रोड का निर्माण कांगड़ा में बढ़ते वाहनों के बोझ को कम करने के लिए बनाया गया था और पिछले दो दशक से बाईपास से ही बड़े वाहनों को निकाला जाता रहा है। अब कांगड़ा बाईपास रोड़ बंद है और वाहनों का सारा बोझ कांगड़ा शहर की रोड पर आ गया है जिससे लंबा जाम कांगड़ा में लग रहा है।

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