अच्छी खबर: 2026 से जयपुर से आगरा का सफर पूरा करने में लगेंगे सिर्फ 3 घंटे
जयपुर
जयपुर से आगरा तक ट्रेन में सफर करने वालों के लिए यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. रेलवे बोर्ड ने तकरीबन पांच साल पहले आगरा से बांदीकुई रूट का सर्वे करवाया था. अब इस रूट पर डबलिंग की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. 987 करोड़ रुपये का बजट मूंजूर किया गया है. प्रोजेक्ट पूरा हो जाने के बाद जयपुर से आगरा का सफर तीन घंटे में ही पूरा कर लिया जाएगा. अभी ट्रेन से जयपुर से आगरा जाने में 4-5 घंटे लगते हैं. साल 2026 तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. ट्रैक डबलिंग के साथ इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी चलेगा. 150 किमी लंबी लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा.
उत्तर-मध्य रेलवे का आगरा मंडल जल्दी ही इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा. आगरा से बांदीकुई रूट पर डबलिंग का सर्वे पूरा हो चुका है और बजट भी तय कर दिया गया है. जयपुर से बांदीकुई 91 किमी के बीच पहले ही दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है. इससे आगे आगरा तक 150 किमी सिंगल लाइन है. इस रूट से गुजरने वाली रेलों को क्रॉसिंग के दौरान रुकना पड़ता है जिसकी वजह से ज्यादा समय लगता है.
करीब 25 हजार यात्रियों को होगा फायदा
डबलिंग का काम पूरा होने के बाद जयपुर से आगरा के बीच पढ़ने वाले गांधीनगर, दौसा, बांदीकुई, मंडावर, भरतपुर, अछनेरा, ईदगाह सहित 22 स्टेशनों के करीब 25 हजार यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा. इसके अलावा जयपुर-आगरा डबलिंग होने से कानपुर, लखनऊ और इलाहाबाद तक का सफर भी आसाना हो जाएगा. इस डबलिंग के काम में अलग अलग मदों में इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए 170 करोड़ और सिंगनलिंग के लिए 87 करोड़ होने का अनुमान है. एडवांस सिग्नलिंग सिस्टम के लिए 87.73 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमान है.
ट्रैक डबलिंग और विद्युतीकरण एक साथ होंगे ताकि समय की बचत की जा सके. जयपुर से दिल्ली, अजमेर, कोटा और फुलेरा के बीच डबलिंग पूरी हो चुकी है. भविष्य में रेलवे सभी रेलों में इस प्रयोग को आजमाने जा रहा है और इस कोशिश में लगा है कि ऑटोमेटिक सिग्नलिंग और डबलिंग के सहारे रेलयात्रियों का ज्यादा से ज्यादा समय बचाया जा सके.