अयोध्या जा रहे हैं रामलला के दर्शन करने तो चलिए आपको बताते हैं कैसे पहुंच सकते हैं वहां आसानी से
अयोध्या जा रहे हैं रामलला के दर्शन करने तो चलिए आपको बताते हैं कैसे पहुंच सकते हैं वहां आसानी से
राम जन्मभूमि आने वाले बुजुर्गों को नहीं चलना पड़ेगा पैदल, परिसर के अंदर ई-वाहन उपलब्ध होंगे
अयोध्या
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर आमंत्रित बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि मंदिर निर्माण ट्रस्ट उनके लिए ई-वाहनों का संचालन कराएगा।
मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट राम जन्मभूमि पर आने वाले बुजुर्ग आगंतुकों के लिए विशेष व्यवस्था करेगा। वरिष्ठ नागरिकों को भव्य परिसर में ज्यादा पैदल चलने की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ बीमार लोगों के लिए भी ई-वाहनों का संचालन किया जाएगा। ट्रस्ट जल्द ही दर्जनों छोटे ई-वाहन खरीदेगा। ये ई-वाहन 12 यात्रियों की क्षमता वाले बैटरी चालित 'गोल्फ कार्ट' होंगे।
मिश्रा ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए वरिष्ठ नागरिक राम मंदिर प्रवेश द्वार के स्वागत कार्यालय पर संपर्क कर सकते हैं। उन्हें ई-वाहनों में बैठाकर गर्भगृह के निकटतम बिंदु तक ले जाया जाएगा और उसी गाड़ी में वापस लाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए होगी जो मुख्य द्वार से गर्भगृह तक 25-30 मीटर तो चल सकते हैं, लेकिन 600 मीटर की दूरी तय नहीं कर सकते।मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराएगा।
पीड़ितों की सहायता में लापरवाही पर होगी कार्रवाई : योगी
गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि पीड़ितों की मदद में विलंब और लापरवाही कतई नहीं होनी चाहिए। गोरखनाथ मंदिर में जनता जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान योगी ने अधिकारियों से कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान में किसी तरह की लापरवाही हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी तय है। किसी पीड़ित की समस्या के समाधान में अगर कहीं भी कोई दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा गया है तो संबंधित की जवाबदेही तय की जाए।
मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का वह प्रभावी निस्तारण कराएंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। कुछ प्रकरणों पर उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए। उन्होंने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी।