अक्टूबर तक 65 हजार बूथों पर होगी नियुक्ति, कांग्रेस बनाएगी पोलिंग एजेंट
भोपाल
वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस जिस मुद्दे को लेकर भारत निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट तक गई थी, इस बार इस मुद्दे पर वह जमीन स्तर पर काम करेगी। कांग्रेस हर बूथ पर वोटर लिस्ट अपडेट पर नजर रखने जा रही है। जिला निर्वाचन कार्यालय से होने वाली वोटर लिस्ट अपडेट को लेकर वह पहले दिन से ही सक्रिय रहेगी। इसके लिए वह हर बूथ पर पोलिंग एजेंट बनाने जा रही है।
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस फर्जी वोटर्स और वोटर लिस्ट में एक से ज्यादा जगह पर एक ही वोटर के नाम लिखे होने को कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाया था। वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए कांग्रेस इस मामले पर चुनाव आयोग से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गई थी। कांग्रेस ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पकड़ने के लिए आईजी के एक्सपर्ट से भी मदद ली थी। इसके बाद आरोप लगाए थे कि प्रदेश में लाखों वोटर के नाम या तो फर्जी हैं या फिर एक ही वोटर के एक से ज्यादा जगह पर नाम दर्ज किए गए हैं। इस पूरे मामले में कांग्रेस को उस वक्त बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली थी।
इस मामले में अब कांग्रेस अभी से सक्रिय हो गई है। विधानसभा चुनाव के लिए वोटर लिस्ट अपडेट होने और नाम जोड़ने का काम शुरू होने वाला है। कांग्रेस इस पर पहले दिन से ही नजर रखेगी। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस हर बूथ पर एक एजेंट नियुक्त करने जा रही है। जो वोटर लिस्ट अपडेट के काम पर ही पूरे समय नजर रखेंगे। साथ ही गड़बड़ी होने की स्थिति में तत्काल जिला संगठन को सूचना देकर जिला निर्वाचन अधिकारी तक शिकायत की जाएगी। पोलिंग एजेंटों के जरिए कांग्रेस इस बार फर्जी वोटर या वोटर लिस्ट में एक ही मतदान के एक से ज्यादा पर नाम नहीं लिखने पर फोकस करेगी।