मालदीव में भी भारत का दबदबा, मेयर का चुनाव हारी मुइज्जू की पार्टी; पंगा लेना पड़ा भारी
माले.
मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को भारत से पंगा लेना भारी पड़ गया है। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को झटका देते हुए भारत-समर्थक विपक्षी दल 'मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी' (एमडीपी) ने शनिवार को राजधानी माले के मेयर चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। एमडीपी उम्मीदवार आदम अजीम को माले का नया मेयर चुना गया है, यह पद हाल तक मुइज्जू के पास था। मुइज्जू ने पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया था।
मालदीव मीडिया ने अजीम की जीत को प्रचंड जीत बताया है। एमडीपी का नेतृत्व भारत समर्थक पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह कर रहे हैं, जो राष्ट्रपति चुनाव में चीन समर्थक नेता मुइज्जू से हार गए थे। मालदीव के ऑनलाइन समाचार पोर्टल 'सन' की रिपोर्ट के अनुसार, अजीम ने मुइज्जू की अगुवाई वाले प्रतिद्वंद्वी दल 'पीपुल्स नेशनल कांग्रेस' (पीएनसी) की ऐशथ अजीमा शकूर को हराया। मालदीव के तीन मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर भारत के साथ द्वीपीय राष्ट्र के संबंधों में तनाव आ गया है। भारत और मालदीव के बीच मौजूदा वक्त में हालात तल्ख होते जा रहे हैं। साल 2024 की शुरुआत में ही मालदीव भारत की आलोचना कर खुद की फजीहत करवा चुका है। हाल ही में पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था, जिसे लेकर मालदीव के कुछ मंत्रियों ने पीएम मोदी के ऊपर भद्दी और नस्लवादी टिप्पणियां की थीं।
पीएम मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणियों का दुनिया के साथ-साथ मालदीव में भी विरोध हुआ, जिसके बाद मालदीव सरकार नींद से जागी। मालदीव में नवनिर्वाचित मोहम्मद मुइज्जू सरकार ने तीनों मंत्रियों पर कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया। बहरहाल ऐसा पहली बार नहीं जब मालदीव ने भारत के विरोध में अपनी आवाज उठाई हो। दरअसल मालदीव की मौजूदा मुइज्जू सरकार चीन की जी-हुजूरी में इतनी मशगूल हो गई है कि वह अपने ऊपर किए गए भारत के अहसानों को भूल गई है।