‘ड्रैगन’ के खिलाफ ताइवान को घातक हथियारों से लैस करेगा अमेरिका! अब क्या करेगा चीन?
वाशिंगटन
अमेरिका ताइवान को चीन से रक्षा करने का वचन दे चुका है। पोलिटिको (Politico) ने चीन के साथ बढ़ते तनाव (Taiwan Tension) के बीच सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि बाइडेन प्रशासन ने अमेरिकी कांग्रेस से ताइवान को अनुमानित 1.1 बिलियन डॉलर की हथियारों की बिक्री को मंजूरी देने की योजना बनाई है, जिसमें 60 एंटी-शिप मिसाइल और 100 एयर-टू-एयर मिसाइल शामिल हैं। ताइवान की आड़ में चीन को भड़का रहा अमेरिका! एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ताइवान को चीन से बचाने के लिए उसे सैन्य सहायता देने का प्लान बना रहा है। इसके लिए बाइडेन प्रशासन ने 1.1 बिलियन डॉलर की हथियारों की बिक्री को मंजूरी देने बात कही है।
इसी महीने अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान की यात्रा के बाद चीन ने लोकतांत्रिक रूप से शासित द्वीप पर खतरनाक सैन्य अभ्यास किया। इसकी चर्चा दुनिया भर के देशों में हुई। अमेरिका के इस कदम की रूस और चीन कड़ी निंदा की थी। इतना ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो नैन्सी पेलोसी को 'क्रेजी' यानी की 'पागल' तक कह दिया था।
चीन ने कहा, अमेरिका जानबुझकर ये सब कर रहा है चीन का कहना है कि, अमेरिका जानबुझकर ताइवान में अपने प्रतिनिधियों को भेज रहा है, ताकि चीन को भड़काया जा सके। इससे एशियाई क्षेत्र में भारी उथल-पुथल हो सकती है। वहीं, बीजिंग ने द्वीप को अपने नियंत्रण में लेने के लिए बल प्रयोग से इनकार नहीं किया है। हालांकि चीन ने ताइवान के नियंत्रण वाले द्वीपों के बहुत करीब जाकर ताइवान को मिलिट्री ड्रोन से धमकी देने की शिकायतों को सिरे से खारिज कर दिया है। वह इसलिए क्योंकि ताइवान ने चीन के इस मिलिट्री ड्रिलिंग को चोर वाला काम कहकर इसे वायरल करने का प्रयास किया था।