बिजली बंद की सूचना देने वाला मोर बिजली एप पहुंचा 10 लाख मोबाइल तक
रायपुर
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी का मोर बिजली एप अब 10 लाख से अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंच चुका है। बिजली बंद से लेकर बिल भुगतान संबंधी 16 सुविधाएं केवल एक क्लिक में देने वाला मोर बिजली एप सर्वाधिक लोकप्रिय एप में शामिल हो चुका है। यह छत्तीसगढ़ के सार्वजनिक उपक्रमों में सर्वाधिक डाउनलोड होने वाला एप बन गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं पॉवर कंपनी के चेयरमेन श्री अंकित आनंद ने इस उपलब्धि के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री मनोज खरे ने बताया कि मोर बिजली एप को पॉवर कंपनी के ऊर्जा एवं सूचना प्रौद्योगिकी (ईआईटीसी) विभाग के साफ्टवेयर इंजीनियरों ने बनाया है। महज 31 महीने में इसे 10 लाख 20 हजार लोगों ने डाउनलोड किया है। प्रदेश में 49 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं, जिनमें से 20 प्रतिशत उपभोक्ता मोर बिजली एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस एप को हर महीने औसतन 25 से 30 हजार उपभोक्ता डाउनलोड कर रहे हैं।
श्री खरे ने बताया कि मोर बिजली एप के जरिए उपभोक्ताओं को 16 सुविधाएं एक प्लेटफार्म पर मिलती हैं, वे केवल एक क्लिक करके सेवा का लाभ ले सकते हैं। 10 लाख से अधिक उपभोक्ताओं की पहुंच बताता है कि मोर बिजली एप विश्वसनीय और प्रभावी सेवा उपलब्ध करा रहा है। वन मिलियन डाउनलोड होने अवसर पर पॉवर कंपनी ने केक काटकर इसे सेलिब्रेट किया। इस मौके पर प्रबंध निदेशक श्री मनोज खरे, ईआईटीसी के मुख्य अभियंता श्री वीके साय, महाप्रबंधक (वित्त) श्री वाईबी जैन, अधीक्षण अभियंता श्री एफए खान, सहायक अभियंता श्री मनोज बजाज सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि पॉवर कंपनी ने बिजली बंद की सूचना के लिए काल सेटंर स्थापित किया है, जिसमें टेलीफोन नंबर 1912 पर कॉल करके शिकायतें दर्ज की जाती है, लेकिन अत्यधिक बारिश या आपात स्थिति में बहुत अधिक उपभोक्ताओं व्दारा फोन करने पर कॉल वेटिंग आता है। इस समस्या के समाधान के लिए पॉवर कंपनी के इंजीनियरों ने आनलाइन शिकायत दर्ज प्रणाली विकसित करने पर विचार किया। एंड्रायड स्टूडियो जावा लैंग्वेज के माध्यम से पहले आनलाइन शिकायत सेक्शन बनाया गया। बाद में उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में नए फीचर डेवलप करके मोर बिजली एप को तैयार किया गया।
इसमें केवल एक क्लिक करते ही बिजली बंद की सूचना काल सेंटर में पहुंच जाती है, जिसे आपरेटर तुरंत संबंधित बिजली आफिस के अधिकारियों तक भेज देता है ताकि मैदानी अमले को विद्युत अवरोध सुधारने भेजा जा सके। इसके साथ ही नए कनेक्शन का आवेदन इस एप के जरिए आनलाइन जमा किया जा सकता है। उपभोक्ता अपने बिजली मीटर की रीडिंग इस एप के जरिए स्वयं कर सकता है। साथ ही वह पुराने बिलों के भुगतान व खपत का पैटर्न भी जान सकता है। इस एप से बिजली बिल का भुगतान आनलाइन किया जा सकता है। वर्तमान में लगभग एक लाख लोग इस एप के जरिए बिल भुगतान कर रहे हैं तथा लगभग पांच हजार उपभोक्ता अपनी रीडिंग एप के जरिए दर्ज करा रहे हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के सरकारी भू-अभिलेख विभाग के भूंईया एप के बाद मोर बिजली एप सर्वाधिक डाउनलोड होने वाला एप बन गया है। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की श्रेणी में मोर बिजली एप पहले नंबर पर है।