10वीं की परीक्षा का आगाज कल से 12वीं का श्री गणेश
भोपाल
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा आज से शुरू हो गई है। आज 10वीं में विद्यार्थियों ने हिंदी का परीक्षा हल किया। परीक्षा सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक चली, लेकिन परीक्षार्थियों को सुबह आठ बजे तक परीक्षा कक्ष में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे।
इसलिये विद्यार्थी सुबह साढे सात बजे ही परीक्षा केंद्रों पर जुडना शुरू हो गए थे। सूबे में नौ लाख 92 हजार विद्यार्थी इसमें शामिल होने थे। राज्य में तीन हजार 868 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 302 संवेदनशील केंद्र हैं। भोपाल जिले में कक्षा 10वीं में करीब 31 हजार विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं।
12वीं परीक्षा 5 मार्च तक चलेंगी
कल से कक्षा 12वीं की परीक्षा शुरू होगी और पांच मार्च तक चलेगी। 12वीं की परीक्षाओं का श्री गणेश हिंदी के पर्चे से किया जाएगा। सूबे में सात लाख 48 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। प्रदेशभर में तीन हजार 638 केंद्र्र बनाए गए हैं, जिनमें 309 संवेदनशील हैं। भोपाल में कक्षा 12वीं की परीक्षा में करीब 24 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। मुख्य सचिव वीरा राणा ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश जारी किए हैं कि सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने संबंधी भ्रामक जानकारी प्राप्त हो रही है।
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सरकार ने लगाया एस्मा
एमपी बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर प्रदेश सरकार ने 30 अप्रैल तक के लिए एस्मा लागू कर दिया है। इस अवधि में परीक्षाओं में नियुक्त कर्मचारी, अधिकारी और अन्य स्टाफ किसी प्रकार की हड़ताल नहीं कर सकेगा। इस संबंध में राजपत्र प्रकाशित कर राज्यपाल के नाम से अपर सचिव एसएस मीना द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं।
चार सेट में प्रश्न-पत्र, जूते-मोजे बाहर
मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं के पेपरों को चार सेट में रखा है। कमजोर विद्यार्थी पेपर हल करने के लिऐ यहां वहां ताकते नजर आए। प्रश्र-पत्र एक ही था, लेकिन चारों सेट में प्रश्नों का क्रम बदला हुआ जरुर था। बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा केंद्र के बाहर नकल डालने के लिए लोहे की पेटी रखी गई है। इसमें कोई विद्यार्थी अनुचित सामग्री लाता है, तो वह पेटी में स्वेच्छा से डाल सके। विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से पहले जूते-मोजे उतारने पडे हैं। परीक्षा केंद्र पर प्रतिदिन उपयोग की जाने वाली उत्तरपुस्तिका पर आवश्यक पद मुद्रा अंकित कर तैयार की गई। उत्तरपुस्तिका की सिलाई उखड़ी या टूटी होने पर किसी भी छात्र को वितरित नहीं की गई हैं। ऐसी उत्तरपुस्तिका छात्रों द्वारा जमा की जाती है, तो उसका मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। इसे नकल की श्रेणी में रखा जाएगा।