ईशान किशन से BCCI नाराज, सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से निकाल सकता है बाहर
मुंबई
स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन इस समय भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं. उन्होंने नवंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज खेली थी. इसके बाद से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) समेत टीम मैनेजमेंट को ईशान और उनके अगले प्लान दोनों के बारे में कुछ भी पता नहीं था.
मगर अब ईशान मिल गए हैं. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, ईशान इस समय बड़ौदा के किरण मोरे एकेडमी में हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या के साथ प्रैक्टिस कर रहे हैं. हार्दिक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं. ईशान भी इसी टीम से खेलते हैं.
ईशान ने खुद ही क्रिकेट से ब्रेक लिया है
ऐसे में माना जा रहा है कि ईशान किशन अब सीधे IPL में ही खेलते नजर आएंगे. हालांकि उन्होंने इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं दी है. भारतीय टीम मैनेजमेंट और कोच राहुल द्रविड़ दोनों को ही ईशान के बारे में कुछ पता नहीं है.
हाल ही में जब द्रविड़ से ईशान के बारे में पूछा गया था, तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि ईशान ने खुद ही क्रिकेट से ब्रेक लिया है. उन्होंने कहा कि वापसी को लेकर भी ईशान पर ही सबकुछ निर्भर है. कोच ने बताया था कि ईशान टीम में वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं.
घरेलू क्रिकेट को भी तवज्जो नहीं दे रहे ईशान
हालांकि दूसरी ओर इस समय रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला जा रहा है, जिसमें झारखंड के लिए खेलने वाले ईशान टीम में नजर नहीं आए. ऐसे में बीसीसीआई और झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन (JCA) को ईशान के अगले प्लान के बारे में पता नहीं है. ईशान ने JCA को भी सूचित नहीं किया है कि वो घरेलू क्रिकेट खेलेंगे या नहीं.
मगर इन सबके बीच अब ईशान बड़ौदा में नजर आए हैं. वो लगातार झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने से भी मना करते आए हैं. साथ ही भारतीय टीम मैनेजमेंट के सम्पर्क में भी नहीं हैं. ऐसे में रिपोर्ट्स की मानें तो BCCI को ईशान का यह रवैया ठीक नहीं लग रहा है.
बीसीसीआई कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर सकता है
ऐसे में ईशान किशन के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर भी असर पड़ सकता है. बीसीसीआई उन्हें अपने कॉन्ट्रैक्ट से बाहर करने पर भी विचार कर सकता है, क्योंकि वह लंबे वक्त से भारतीय टीम से दूर हैं. साथ ही घरेलू क्रिकेट को भी तवज्जो नहीं दे रहे हैं. बता दें कि अभी ईशान सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की C-कैटेगरी में हैं. इसके एवज में उन्हें सालाना एक करोड़ रुपये मिलते हैं.