धार प्रदेश का पहला जिला जहां 21 थाने हुए करड सर्टिफाइड
भोपाल
धार प्रदेश का ऐसा पहला जिला बन गया है, जहां के सिर्फ 5 थानों को छोड़कर बाकी के सभी थाने आईएसओ सर्टिफाइड हो चुके हैं। डेढ़ साल के भीतर यहां के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने एक के बाद एक 21 थानों को आईएसओ सर्टिफाइड करवाने का काम किया। इस दौरान उन्होंने सभी थानों को पब्लिक फैंडली, क्लीन, ग्रीन बनाने पर ज्यादा जोर दिया।
इन थानों को मिल चुका आईएसओ सर्टिफिकेट
जिले का पहला आईएसओ सर्टिफाइड थाना बदनावर हुआ था। यह अवार्ड 26 फरवरी 2021 को मिला था। इसके बाद 20 जुलाई 2021 को एसपी आफिस,डीआरपी लाइन, नौगांव, कुक्षी, सागौर और कानवन थाने को आईएसओ प्रमाण पत्र मिला। इसके बाद इस साल13 जनवरी को कुक्षी, मनावर एसडीओपी कार्यालय के साथ ही बाग, टांडा, मनावर, धरमपुरी, धामनोद, सादलपुर थाने को आईएसओ सर्टिफिकेट मिला। हाल ही में धार कोतवाली, अमझेरा, डही, गंधवानी, नालछा, राजोद, तिरला,सरदापुर,पीथमपुर, ट्रैफिक थाना धार के साथ ही सीएसपी धार व पीथमपुर कार्यालय को आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है।
ऐसे मिलता है सर्टिफिकेट
आईएसओ सर्टिफिकेट किसी इकाई की गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली को अंतरराष्टÑीय स्तर की तर्ज पर विकसित करने के लिए दिया जाता है। सर्टिफिकेट मिलने के बाद तीन साल तक इसे बरकरार रखना पड़ता है नहीं तो सर्टिफिकेट कैंसल हो जाता है, इसके लिए लगतार निरीक्षण किया जाता है।
ऐसे बना आईएसओ सर्टिफाइड
आईएसओ सर्टिफिकेट प्राप्त हो सके इसके लिए धार पुलिस अधीक्षक से लेकर आरक्षक तक इस काम में जुटे रहे। इन सभी ने मिलकर न सिर्फ क्षेत्र में होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाया, बल्कि थाने आने वाले आम जन को फैंडली माहौल भी दिया गया। थाने या एएसपी, सीएसपी के दफ्तर आने वाले आमजनों के साथ पुलिस का व्यवहार भी अव्वल दर्ज का रहता है। आमजन के बैठने की व्यवस्था का बेहतर इंतजाम किया गया। इसके अलावा थाने के भवन में साफ-सफाई, वाहनों की पार्किंग सुव्यवस्थित तरीके से की गई। थानों का रिकॉर्ड को भी व्यवस्थित किया गया। मालखाने में हथियार भी व्यवस्थित रूप से रखे जाने लगे। इन सब के अध्ययन के बाद धार जिले के 21 थानों को आईएसओ मिल सका है।