Rajasthan News: पेपर लीक केस में गिरफ्तार 14 ट्रेनी एसआई कोर्ट में पेश, एसओजी कर रही है जांच
जयपुर.
एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक कर पास हुए 14 प्रशिक्षु एसआई को मंगलवार को एसओजी ने कोर्ट में पेश किया गया। एसओजी ने कोर्ट से सभी आरोपियों की 9 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड दी। रिमांड अवधि पूरी होने पर मंगलवार को फिर से सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। एसओजी की टीम पहले 6 महिला ट्रेनी एसआई को कोर्ट लेकर पहुंची, इसके बाद 8 पुरुष एसआई को कोर्ट में पेश किया गया।
पिछली सुनवाई में महिला और पुरुष एसआई से कोर्ट में हुई मारपीट के चलते इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। गौरतलब है कि 29 फरवरी को एसओजी की गिरफ्त में आए जेईएन भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड जगदीश विश्नोई (41) से हुई पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी। जगदीश ने बताया था कि एसआई भर्ती 2021 में भी तमाम कैंडिडेट्स को पेपर उपलब्ध कराए गए थे। जांच करने पर आरपीए में ट्रेनिंग कर रहे सब-इंस्पेक्टर (एसआई) संदिग्ध पाए गए। उनके शैक्षणिक दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच में डिग्रियों के रिकॉर्ड में हेरफेर होना पाया गया। ऐसे में एसओजी ने 40 एसआई को चिह्नित किया, इनमें से 23 एसआई की डिग्रियां फर्जी मिली हैं। अब एसओजी अन्य दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। एफएसएल की टीम ने गिरफ्तार 14 एसआई के हस्ताक्षर व हैंड राइटिंग के नमूने लिए। जयपुर में जांच के दौरान सभी से खुद के 32 हस्ताक्षर करवाने के साथ पैराग्राफ लिखवाया गया। जिन प्रशिक्षु उप निरीक्षक की गिरफ्तारी हुई है, उनमें नागौर के पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा भी शामिल है। गिरफ्तार एसआई करणपाल गोदारा की 22वीं रैंक थी। बेटे की गिरफ्तारी के दिन से ओमप्रकाश अवकाश पर हैं।
मामले में भाई-बहन को भी किया अरेस्ट
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वी.के. सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले में भाई-बहन को अरेस्ट किया गया है। 2014 बैच का एसआई जगदीश सिहाग वर्तमान में भरतपुर एसपी के पास कार्यरत था और उसकी बहन इंदूबाला ट्रेनिंग कर रही थी। इन दोनों को अरेस्ट किया गया है। इंदूबाला के स्थान पर वर्षा कुमारी ने परीक्षा दी थी एक अन्य अभ्यर्थी भगवती देवी के स्थान पर भी वर्षा कुमारी ने परीक्षा दी थी। पुलिस वर्षा कुमारी को पहले ही अरेस्ट कर चुकी है। भगवती देवी की तलाश की जा रही है। वर्षा कुमारी ने एसआई परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन ज्वाइन नहीं किया था।