Bhilwara News: समस्याओं को लेकर 5वें दिन भी हुआ धरना, पीपलूंद में जमीन की नीलामी रोकने और मनरेगा जांच की मांग
भीलवाड़ा.
भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के निकट मंगलवार शाम को उस समय तमाशा खड़ा हो गया, जब नगर परिषद सभापति राकेश पाठक विभिन्न समस्याओं को लेकर धरने पर बैठ गए। साथ ही सत्यनारायण गूगड़ के बीच किसी मामले में रुपये लेन-देन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। भाजपा में रह चुके और अब शहर से निर्दलीय विधायक अशोक कोठारी की टीम से जुड़े सत्यनारायण गूगड़ भीलवाड़ा शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट के निकट धरने पर बैठे। मंगलवार को धरने का 5वां दिन था। इसी दौरान वहां नगर परिषद सभापति राकेश पाठक भी पहुंचे। बातों ही बातों में किसी मामले में रुपये लेने की चर्चा शुरू हुई और बाद में माहौल गरमा गया।
दोनों ही पक्षों की ओर से तीखी टिप्पणियां तो की ही गई, लेकिन भाषा भी हल्के स्तर तक पहुंच गई और आसपास सड़क से गुजर रहे लोग इस तमाशे को देखने के लिए थम गए। इस दौरान गूगड़ ने मोबाइल से पाठक को किसी से बात करवाई, यह पता करने के लिए किसी मामले में पाठक को रुपये दिए गए या नहीं। सभापति पाठक ने बात की और किसी कैलाश को बोलते हुए कहा कि मैंने रुपये लिये क्या। पाठक ने तो यहां तक कहा कि वह रुपये लेकर घर पर आया, लेकिन उसे मारकर भगा दिया। मेरी इमानदारी पर कोई शक नहीं कर सकता। इस पर गूगड़ ने पलट कर वार किया कि मैंने भी रुपये दिये। इस पर पाठक गूगड़ पर मोबाइल फेंककर वहां से निकल लिये। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विधायक अशोक कोठारी की टीम से जुड़े सत्यनारायण गूगड़ ने कहा कि सभापति ने धरने का विचलित करने के लिए यहां आकर धमकाया है तथा महिलाओं के समक्ष ही अभ्रद भाषा का प्रयोग किया है। वो पहले से ही भ्रष्ट है, वो तो शहर के विकास के लिए विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए धरने पर बैठे हैं।
जमीन की नीलामी रोकने मोबाइल पर टावर चढ़ गया उपसरपंच ————
शाहपुरा जिले के जहाजपुर उपखंड मुख्यालय पर मंगलवार को वहां के पीपलूंद के सरपंच की मनमानी से नाराज होकर पीपलूंद की बेशकीमती जमीन की नीलामी रोकने, पंचायत कोरम की बैठक नहीं होने, मनरेगा में किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग करते हुए उप सरपंच सावन टांक टावर पर चढ़ गया। इस दौरान उप सरपंच ने आबादी भूमि की नीलामी निरस्त करवाने और पंचायत के रिकार्ड की जांच करवाने की मांग रखी, जिसको लेकर शाम तक पुलिस से समझाइश का दौर जारी रहा। मामला जहाजपुर थाना क्षेत्र के पीपलूंद का है, जहां उप सरपंच सावन टांक अचानक मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उप सरपंच पिछले कुछ समय से पंचायत के कामकाज को लेकर सरपंच वेद प्रकाश खटीक से नाराज चल रहा था।
मोबाइल टावर पर बैठे उप सरपंच सावन टांक ने अधिकारियों से बात करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत के अंदर आबादी भूमि कि जो नीलामी की विज्ञप्ति जारी की गई थी, उसको तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए। मनरेगा योजना के अन्दर हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की जाए, पिछले कई वर्षों से ग्राम पंचायत कोरम की बैठक नहीं होने, बेवजह झुठे मुकदमों में फंसाने की भी जांच की जाए। पिछले कई दिनों से उपसरपंच पंचायत की समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन करके व ज्ञापन देकर उपखंड तथा जिला प्रशासन से अपनी गुहार लगा चुके हैं। सैकड़ों काश्तकारों के साथ वो प्रदर्शन कर सरपंच के कार्यकाल की जांच की मांग कर चुके हैं। इस दौरान टांक ने ग्राम पंचायत के अंदर आबादी भूमि की नीलामी को निरस्त करने, कोरम की बैठक आयोजित नहीं करवाने, पंचायत के रिकॉर्ड और मनरेगा योजना में पंचायत के कार्यों की जांच करवाने की मांग रखी।
उल्लेखनीय है कि इतना होने के बाद उपसरपंच को सात मार्च को सरपंच वेदप्रकाश खटीक द्वारा मानहानि का नोटिस भी दिया गया था। सरपंच भाजपा का जिला महामंत्री भी है तथा उप सरपंच का आरोप है कि राजनीतिक प्रभाव से सरपंच उसे आये दिन धमकियां देकर परेशान कर रहा है। आज टाॅवर पर चढ़ने के बाद जहाजपुर तहसीलदार रवि कुमार मीणा, पुलिस उपाधीक्षक हंसराज बैरवा और पंचायत समिति विकास अधिकारी पुरुषोत्तम लाल शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस के अधिकारी टांक को टावर से नीचे उतारने के लिए समझाइश करते रहे पर वो सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गया है।
गौरतलब है कि उपसरपंच सावन टांक के नेतृत्व में एक मार्च को शाहपुरा में जिला कलेक्टर, जहाजपुर में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बताया गया था कि ग्राम पंचायत पीपलूंद की आ.न. 2283/1 व 2283/2 को ग्रा.पं. वर्तमान सरपंच जबरदस्ती बिना ग्रामवासियों की सहमति के और वार्ड पंचों को गुमराह करके पंचायत में प्रस्ताव लेकर के भुखण्डों के नीलामी की जा रही है। इससे सम्पूर्ण ग्राम पंचायत आहत है। 28 फरवरी को ग्राम. पीपलून्द में रात्रि को स्थान गोपीनाथ मंदिर के यहां सभी इकट्ठे हुये थे, जिसमें सभी ग्राम पंचायत के समस्त वार्ड पंच, पूर्व सरपंच और मान्यवरों के उपस्थिति में एक स्वर से प्रस्ताव लिया गया कि भूखण्डों की नीलामी किसी भी कीमत पर नहीं होगी। 29 फरवरी को ग्राम पंचायत में जाकर के समस्त ग्रामवासियों द्वारा आपत्ती भी दर्ज करवा दी गई है। इस दौरान वार्ड पंच दुर्गा देवी, भूरी देवी, दुर्गा देवी टांक, नियाली देवी, राधा देवी, लादू सहित ग्रामीण महिलाएं एवं पुरुष मौजूद रहे।