शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले पर तेजस्वी यादव ने उठाया सवाल; नीतीश सरकार से पूछा- आखिर ऐसा क्यों हुआ?
पटना.
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 15 मार्च को ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपरलीक मामले में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सवाल पूछा है कि तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है। आखिर ऐसा क्यों हुआ?
तेजस्वी यादव ने आगे लिखा कि हमने 17 महीनों में चार लाख से अधिक लोगों को नौकरियां दीं, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ। अब ऐसा क्यों हो रहा है? तेजस्वी यादव ने आगे लिखा कि हमने केवल 70 दिनों में दो चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के जरिए दो लाख से अधिक टीचर की नियुक्ति की। शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 17 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद भी कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली। सभी नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई। अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है जिसके कारण तीसरे चरण की नियुक्ति के लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है?
एनडीए सरकार इसे लटका, अटका और भटका रही
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि तीसरे चरण में भी एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति का नीतिगत निर्णय हमारे कार्यकाल में हमने कराया था? तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि अब यह एनडीए सरकार इसे लटका, अटका और भटका रही है। इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए।
ईओयू ने 250 को हिरासत में लिया, जांच-पड़ताल कर रही
बता दें कि तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने की चर्चा थी। इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने झारखंड पुलिस की मदद से पिछले 24 घंटे में करीब ढाई सौ अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया। इन सभी को हजारीबाग से पटना लाया गया। इधर, बीपीएससी का कहना है कि इस मामले की जांच ईओयू कर रही है। जांच में जो बात निकलकर सामने आएगी, उसके आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं छात्र नेता दिलीप कुमार टीआरई 3 पेपरलीक को सबूत के साथ उजागर करने का दावा किया है। उन्होंने परीक्षा रद्द कर निष्पक्ष जांच की मांग की है।