अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मिशन की प्रमुख होंगी किर्गिस्तान की पूर्व राष्ट्रपति रोजा, भीषण गरीबी से जूझ रहा अफगान
संयुक्त राष्ट्र
रोजा ओटुनबायेवा, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की राजनीतिक मिशन की प्रमुख के रूप में कनाडा की डेबोरा लियोन की जगह लेंगी, जिसे यूएनएएमए के नाम से जाना जाता है। वह संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यों और देश के तालिबान शासकों के साथ व्यवहार की प्रभारी होंगी।
किर्गिस्तान की पूर्व राष्ट्रपति रोजा ओटुनबायेवा को संकटग्रस्त अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र का नया विशेष दूत नियुक्त किया गया है। महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने शुक्रवार देर रात यह घोषणा की। वर्तमान में, ओटुनबायेवा मध्यस्थता पर गुटेरस के उच्च-स्तरीय सलाहकार बोर्ड की सदस्य हैं।
ओटुनबायेवा, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की राजनीतिक मिशन की प्रमुख के रूप में कनाडा की डेबोरा लियोन की जगह लेंगी, जिसे यूएनएएमए के नाम से जाना जाता है। वह संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यों और देश के तालिबान शासकों के साथ व्यवहार की प्रभारी होंगी। उन्हें नेतृत्व, कूटनीति, नागरिक जुड़ाव और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में 35 वर्षों से अधिक का पेशेवर अनुभव है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने सुरक्षा परिषद को चेताया है कि अफगानिस्तान भीषण गरीबी से जूझ रहा है। यहां 60 लाख लोग मानवीय, आर्थिक, जलवायु और वित्तीय संकटों के कारण भोजन की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशंका है कि ये आंकड़े जल्द और बिगड़ जाएंगे क्योंकि सर्दियों के मौसम में पहले से ही ईंधन और खाद्य कीमतें आसमान छू रही हैं।