पानी का संरक्षण कर हम भविष्य को सुरक्षित रख सकते है-गिरीश शर्मा
विश्व जल दिवस पर प्राथमिक शाला खट्टी में हुआ आयोजन
मूक जानवरों के लिये भी पानी की व्यवस्था हमें करनी चाहिये
बच्चो ने भी जल संरक्षण के महत्त्व को बताया
पानी हमारे जीवन के लिये बहुत ही महत्त्वपूर्ण है , जल है तो कल है हमें आज संकल्प लेना चाहिये कि हम पानी का दुरुपयोग नहीं करेंगे और दुसरे भी ना करे इसके लिये प्रेरित करे साथ ही हमेशा साफ पेयजल का प्रयोग करें, गर्मी के मौसम को देखते हुये मूक जानवरों जैसे गाय, बैल, भैंस, पक्षी , कुत्ते आदि के लिये भी पानी की व्यवस्था करें ताकि उन्हें भी गर्मी से राहत मिल सके। उक्त बातें आज शासकीय प्राथमिक शाला खट्टी में विश्व जल दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रभारी प्रधान पाठक गिरीश शर्मा ने कही।
उन्होंने बच्चों को बताया कि विश्व जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है , इसका उद्देश्य विश्व के सभी देशों में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना है साथ ही जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करना है। ब्राजील में रियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई तथा वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपने सामान्य सभा के द्वारा निर्णय लेकर इस दिन को वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने का निर्णय लिया इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच में जल संरक्षण का महत्व साफ पीने योग्य जल का महत्व आदि बताना था।
1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया था और संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1992 में अपने ‘एजेंडा 21’में रियो डी जेनेरियो में इसका प्रस्ताव दिया था। हमे हमेशा स्वच्छ पेयजल का प्रयोग करना चाहिये। गर्मी का दिन आ रहा है पानी की समस्या ना आये इसके लिये जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दे। इस अवसर पर सहायक शिक्षक नारायण चंद्राकर, विद्यार्थीगण गोपाल ध्रुव, कु. अनुष्का ध्रुव, कु.सुहानी निषाद एवं डिगेश्वर ध्रुव ने भी स्वच्छ पेयजल, जल संरक्षण एवं पानी के महत्व पर अपनी बातें रखी।