अरुण गोविल और कुमार विश्वास के नाम की मेरठ सीट पर चर्चा, बीजेपी का सस्पेंस क्या है?
मेरठ
लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में दूसरी लिस्ट को लेकर खींचतान बनी हुई है। इस लिस्ट पर सबकी नजरें हैं क्योंकि कई अहम सीटों और बड़े उम्मीदवारों के नाम पहली लिस्ट में नहीं थे, जिसके बाद से बीजेपी के दिग्गज प्रत्याशियों को लेकर कयास लगने लगे हैं। इस बीच खबर है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार के चुनाव में टीवी पर राम का किरदार निभाने वाले ऐक्टर अरुण गोविल और पूर्व आप नेता तथा कवि कुमार विश्वास को भी चुनावी मैदान में उतार सकती है। दोनों के लिए यूपी की दो सीटों पर चर्चा चल रही है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मेरठ और गाजियाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा है। दोनों ही सीटों पर मौजूदा उम्मीदवार लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं। ऐसे में चर्चा है कि मेरठ से भाजपा कुमार विश्वास या फिर अरुण गोविल को उम्मीदवार बना सकती है। मेरठ से भाजपा के मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल हैं जो जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। इस बार भी वह टिकट के प्रबल दावेदार हैं। ऐसे में उनकी जगह किसी बाहरी उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारना भाजपा के लिए आसान नहीं होने वाला है। बताया जा रहा है कि स्थानीय नेता इसका विरोध कर रहे हैं और लोकल प्रत्याशी उतारने पर ही जोर डाल रहे हैं। हालांकि, बीजेपी की पहली लिस्ट में मेरठ के प्रत्याशी का नाम न होने से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
यही हाल गाजियाबाद लोकसभा सीट का भी है। यहां से रिटायर्ड आर्मी जनरल वीके सिंह चुनाव लड़ते हैं। पिछले दो बार से वह रेकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। इस बार भी वह टिकट के दावेदारों में पहले नंबर पर हैं लेकिन इस सीट को लेकर कुछ और ही चर्चा चलने लगी है। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में रहे कवि कुमार विश्वास को भाजपा गाजियाबाद से टिकट दे सकती है। गाजियाबाद में भाजपा का बाहरी उम्मीदवार उतारने का रेकॉर्ड रहा है। यहां भी बीजेपी कार्यकर्ता चाहते हैं कि किसी स्थानीय नेता को ही प्रत्याशी बनाया जाए। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के निर्णायक मंडल के लिए ये दोनों सीटें परेशानी का सबब बनी हुई हैं। इसी खींचतान की वजह से शायद भाजपा प्रत्याशियों की अपनी दूसरी लिस्ट जारी करने में देरी कर रही है।
बता दें कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने 51 प्रत्याशियों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी यूपी की 75 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है जबकि पांच सीटें उसके सहयोगी दलों अपना दल, आरएलडी और सुभासपा के पास होंगी।