Brazil के पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो को सुप्रीम कोर्ट से झटका, इस्राइल जाने के लिए की थी पासपोर्ट लौटाने की थी मांग
गाजा पट्टी/ रिओ-डि-जेनेरिओ.
ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो को एक बड़ा झटका दिया है। अदालत ने उनके वकीलों के उस अनुरोध को खारिज कर दिया है, जिसमें मांग की गई थी कि बोलसोनारो का पासपोर्ट वापस लौटा दिया जाए ताकि वह इस्राइल की यात्रा कर सकें। बोलसोनारो के वकील ने गुरुवार को कहा था कि इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बोलसोनारो को मई में होने वाले एक कार्यक्रम के लिए निमंत्रण किया है। इसलिए पूर्व राष्ट्रपति का पासपोर्ट लौटा दिया जाए।
अभियोजक जनरल के कार्यालय ने पहले अपनी राय में कहा था कि बोलसोनारो का पासपोर्ट देश छोड़ने से रोकने के लिए लिया गया था। इसी को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एलेक्जेंडर डी मोरेस ने कहा कि जिस शख्स पर जांच चल रही है उस पर समय से पहले प्रतिबंध हटाना सही नहीं है।गौरतलब है, संघीय पुलिस ने छापेमारी कार्रवाई कर पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो का पासपोर्ट फरवरी में जब्त कर लिया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने और शीर्ष अधिकारियों ने 2022 के चुनाव परिणामों की अनदेखी करने और पराजित नेता को सत्ता में रखने के लिए विद्रोह करने की साजिश रची थी।
राष्ट्रपति चुनाव में बोलसोनारो को मिली थी हार
ब्राजील में राष्ट्रपति चुनाव साल 2022 में अक्तूबर में हुए थे। इस राष्ट्रपति चुनाव में बोलसोनारो को हार मिली थी। चुनाव में लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के नेतृत्व में वामपंथी पार्टी ने जीत हासिल की थी। लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। इसके बाद बोलसोनारो के समर्थकों ने चुनाव नतीजे मानने से इनकार कर दिया था। कट्टरपंथी बोलसोनारो के समर्थक ब्राजील में सेना के ठिकानों के बाहर प्रदर्शन करते हुए सैन्य हस्तक्षेप की मांग कर रहे थे। काफी हंगामा और तोड़फोड़ हुई थी।