हनुमान बेनीवाल पहुंचे जोधपुर, बोले- लोकसभा में उठाऊंगा जवानों के आत्महत्या का मामला
जोधपुर
सीआरपीएफ जवान नरेश जाट के आत्महत्या मामले में परिजनों के शव उठाने से इनकार करने के बाद मौके पर आरएलपी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे हैं। हनुमान बेनीवाल ने परिजनों से बात की है और उन्होंने इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही है। हनुमान बेनीवाल ने सीधे शब्दों में कहा कि विभाग के डीआईजी, आईजी ने जवान की बात को अनसुना किया जिसका नतीजा उसकी मौत के स्वरूप सामने आया है। अपने नागौर दौरे को बीच में छोड़ हनुमान बेनीवाल यहां जोधपुर महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे जहां पहले से मृतक के परिवारजनों और अन्य लोग मौजूद थे। हनुमान बेनीवाल ने इस पूरे मुद्दे को लोकसभा में सदन की कार्रवाई के तहत भी उठाने की बात कही है।
संपूर्ण मामले में जांच की बात कहते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कमिश्नर से या किसी सेवानिवृत्त उच्च रेंक के अधिकारी से जैसा भी संभव हो इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी । सुसाइड नोट में जिन लोगों के नाम लिखे हैं उनके खिलाफ जांच कर गिरफ्तारी होनी चाहिए। सुसाइड नोट में लिखें अधिकारियों के नाम को लेकर किसी तरह की वार्ता उनसे नहीं की जाएगी। हनुमान बेनीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि जोधपुर में लॉ एन ऑर्डर नहीं बिगड़े इसको लेकर भी वह संयमित रूप से यहां पीड़ित परिवार के साथ बैठे हैं। उन्होंने बिना किसी के नाम लिए यह कहा कि अधिकारियों के यहां 50-50 जवान घर पर तैनात किए जाते हैं जिनके साथ लेबर जैसा व्यवहार किया जाता है। इसके अलावा उन्होंने पीड़ित परिवार पर सीआरपीएफ के अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर दाह संस्कार करवाने का आरोप भी लगाया है।
बेनीवाल ने कहा 18 तारीख से लोकसभा का सदन शुरू होने जा रहा है। जहां भी नियम 193 के तहत जवानों के कैंप में आत्महत्या का मामला उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिससे यह स्पष्ट हो सके कि पीड़ित जवान आखिर आत्महत्या क्यों करते हैं। जोधपुर पहुंचने के बाद हनुमान बेनीवाल महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी क्षेत्र में पहुंचे।उन्होंने पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की और उनके साथ वहीं बैठे हैं। इधर परिजनों ने शव उठाने से इंकार कर दिया है । मृतक के पिता ने कहा कि जैसा हनुमान बेनीवाल कहेंगे वही निर्णय मंजूर होगा।