मप्र -UP-दिल्ली सहित 20 राज्यों में खूब होगी बारिश, बिहार-झारखंड में क्या रहेगा
भोपाल
मध्य प्रदेश में पिछले 3 दिन से ओले-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। मौसम विभाग ने बुधवार को भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत 27 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 40 से 50Km प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। गुना और अशोकनगर में हल्की बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, विदिशा, रायसेन, शहडोल, हरदा, सीहोर, शाजापुर, राजगढ़, डिंडोरी, उमरिया, आगर-मालवा, देवास, खंडवा, सागर, दमोह, बालाघाट, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, नरसिंहपुर, कटनी, सिवनी, मंडला और अनूपपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
सिंगरौली, अनुपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और पांढुर्णा में अत्यधिक बारिश और ओले गिरने को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। गुना और अशोकनगर में हल्की बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
एक साथ कई सिस्टम सक्रिय
वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास बना हुआ है। राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग और मध्य महाराष्ट्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है जिससे भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल संभाग, इंदौर, उज्जैन व ग्वालियर संभाग के जिलों में बारिश हो रही है।
आज 10 अप्रैल को भी भोपाल, नर्मदापुरम, शहडोल एवं जबलपुर संभाग के जिलों में ओले भी गिरने के भी आसार हैं।13 अप्रैल को फिर नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे जिससे बारिश की गतिविधियों में और तेजी आएगी, जिसके असर पूरे प्रदेश में दिखाई देगा।
जून के पहले तेजी से ला नीना में बदल जाएगा, बेहतर मॉनसून की संभावना बढ़ेंगी
इस साल देश में मॉनसून सामान्य रहेगा। यानी जून से सितंबर के बीच चार महीने में मॉनसून की बारिश 102 प्रतिशत होने की उम्मीद है। मौसम विभाग (आईएमडी) भी 96 से 104 फीसदी के बीच बारिश को औसत या सामान्य मानता है। एजेंसी ने बताया कि चार महीने के मॉनसून सीजन में लंबी अवधि औसत (एलपीए) 868.6 मिलीमीटर है। एजेंसी ने बताया कि भारत के मध्य और पश्चिमी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। वहीं उत्तरी और दक्षिण हिस्सों में सामान्य बारिश और उत्तर-पूर्व भारत व पूर्वी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी।
स्काईमेट की रिपोर्ट के अनुसार, अल नीनो के कारण बारिश प्रभावित होती है, लेकिन जून के पहले हफ्ते से यह तेजी से ला नीना में बदल जाएगा। इससे बेहतर मॉनसून की संभावना बढ़ेंगी। इस परिवर्तन के कारण सीजन में बारिश की शुरुआत में देरी हो सकती है। हालांकि, कई इलाकों में कम या हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। अभी तक के हिसाब से जून में एलपीए का 95 प्रतिशत, जुलाई में 105 प्रतिशत, अगस्त में 98 प्रतिशत और सितंबर में 110 प्रतिशत प्राप्त होने का अनुमान है।
इन राज्यों में अच्छी बारिश की संभावना
एजेंसी के मुताबिक, देश के 20 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अच्छी बारिश की संभावना है। इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव, लक्षद्वीप में शामिल हैं।
यहां सामान्य और कम बारिश का अनुमान
एजेंसी ने बताया कि बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सामान्य बारिश होगी, जबकि असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में कम बारिश की संभावना है।
उत्तरी कर्नाटक में आंधी से गिरेगा तापमान: आईएमडी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि उत्तर आंतरिक कर्नाटक में एक या दो दिनों में आंधी और बारिश की संभावना बन रही है। इससे राज्य में तापमान में गिरावट होने का अनुमान है। आईएमडी के मुताबिक, पिछले पांच-छह दिनों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में हीटवेव की स्थिति बनी हुई थी। इसमें उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश प्रभावित थे, लेकिन अब यहां पर बारिश की संभावना बन रही है।