Asia Cup: एक चिट्ठी द्रविड़ सर के नाम ! ई अटर-पटर नहीं चलेगा, विकेट टेकर बॉलर चाहिए
नई दिल्ली
आदरणीय, द्रविड़ सर ! सादर अभिवादन। मैं क्रिकेट का एक साधारण प्रशंसक हूं। इस खेल को दिलोजान से चाहता हूं। क्रिकेट की बारीकियों का मुझे ज्ञान नहीं। लेकिन इस खेल को पिछले तीन दशक से देख-सुन रहा हूं। एशिया कप में पाकिस्तान की भारत पर जीत के बाद में कुछ अर्ज करना चाहता हूं। इसे एक दर्शक की प्रतिक्रिया समिझाएगा। मैं सभी खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ का सम्मान करता हूं। बस, कुछ सवाल हैं जो मन में उमड़-घुमड़ रहे हैं।
181 का स्कोर इतना भी कम नहीं था कि…
ये सही है कि हार और जीत खेल का हिस्सा हैं। हार को भी खेल भावना के साथ स्वीकार करना चाहिए। लेकिन ये भी सच है कि हर टीम सिर्फ जीत के इरादे से मैदान में उतरती है। अगर वह नहीं जीत पायी तो उसे अपनी हार पर आत्ममंथन करना चाहिए। एशिया कप सुपर फोर के मैच में भारत, पाकिस्तान से क्यों हार गया? 181 का स्कोर इतना भी कम नहीं था कि उसकी रक्षा न की जा सके। लेकिन भारत की गेंदबाजी अपने मोर्चे पर असफल रही। क्या इस मैच में भारत का बॉलिंग कम्बिनेशन सही था? क्या भारतीय क्रिकेट प्रबंधक एशिया कप को बड़ी प्रतियोगिता नहीं मानते? फिर क्यों पूरे टूर्नामेंट के लिए सिर्फ तीन तेज गेंदबाज चुने गये ? नये खिलाड़ियों को मौका देने के नाम पर क्या आप टीम और देश हित को खतरे में डालेंगे?