रामनवमी पर CM योगी ने बालिकाओं के पांव पखारे, चुनरी ओढाई, फिर कराया कन्या भोजन…
गोरखनाथ
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामनवमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से हवन-पूजन किया. इस दौरान उन्होंने कन्या पूजन भी किया. सीएम योगी ने अपने हाथों से कन्याओं के पांव पखारे. उन्हें चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया और दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया. सीएम ने परम्परा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया. इसका वीडियो सामने आया है, जिसमें वो कन्या पूजन के समय मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं.
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे नवमी तिथि के अनुष्ठान में सीएम योगी ने सबसे पहले छोटी-छोटी बच्चियों के पांव धोएं. फिर उनके माथे पर रोली, चंदन, अक्षत आदि का तिलक लगाया. इसके बाद चुनरी ओढ़ाकर एवं दक्षिणा प्रदान कर उनका आशीर्वाद लिया. सीएम ने हवन-पूजन के बाद इन कन्याओं को गोरखनाथ मंदिर की रसोई में पकाया गया भोजन अपने हाथों से परोसा.
इससे पहले सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश वासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए 'एक्स' पर लिखा- "भारत के प्राण, सनातन जगत की सकल आस्था के केंद्र, हमारे आराध्य, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पावन अवतरण दिवस 'श्री राम नवमी' की समस्त प्रदेश वासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. शताब्दियों की प्रतीक्षा के उपरांत श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्री रामलला का निर्मित नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर कोटि-कोटि रामभक्तों और मानव सभ्यता को हर्षित, गर्वित कर रहा है. जय श्री राम."
खास है इस बार की रामनवमी
बता दें कि आज देशभर में धूमधाम से रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है. इस बार की रामनवमी बहुत विशेष है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है. इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना की गई. मंत्रोच्चराण के साथ रामलला का सूर्याभिषेक हुआ.
इस मौके पर राम मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया है. रामनवमी के मौके पर राम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए सुबह 3.30 बजे खोल दिए थे. कहा जा रहा है कि रात 11 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे. ऐसे में मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई है. दोपहर 12.16 बजे रामलला का सूर्यतिलक हुआ.
राम मंदिर में आज अद्भुत नजारा देखने को मिला है. आस्था और विज्ञान के संगम से रामलला का सूर्याभिषेक किया गया. इस दौरान रामलला का ललाट सूर्य की किरणों से जगमग हो उठा. 500 साल के इतिहास में पहली बार श्रीराम का सूर्याभिषेक हुआ है