जल्द ही 100000 रुपये हो जाएगा सोने का भाव, निवेशकों की होगी बल्ले-बल्ले
मुंबई
सोना (Gold) की कीमतों में तूफानी तेजी जारी है और भारत में इसकी कीमत 74,000 के करीब पहुंच चुकी है. शादियों के सीजन की शुरुआत से पहले वैश्विक घटनाक्रमों के बीच सोने की कीमतें नए मुकाम पर पहुंचती जा रही हैं और इनमें नरमी मिलने की संभावना फिलहाल नहीं है. जी हां, सिटी ग्रुप की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Gold Price अभी और बढ़ेंगे और इनमें 25 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है.
3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचेगा सोना
वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसर्च फर्म सिटी (Citi) ने सोने की कीमतों को लेकर अनुमान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने का भाव (Gold Rate) 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है और पीली धातु की तेज रफ्तार को देखते हुए ऐसा महज 6 से 18 महीने में देखने को मिल सकता है. साफ शब्दों में कहें तो सिटी के मुताबिक, सोने की कीमतों में फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.
US Fed का गोल्ड कनेक्शन
मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सोने का वायदा भाव सुबह तेजी से बढ़ता नजर आ रहा था और 2371.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. रिपोर्ट की मानें तो बीते 19 दिनों में से 16 दिन लगातार सोने की कीमत बढ़ी है और इसमें 15 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. वहीं Citi Report के मुताबिक, आने वाले 6-18 महीने में Gold Price में 25 फीसदी तक का उछाल देखने को मिल सकता है. 2024 की दूसरी छमाही में यह 2,500 डॉलर प्रति औंस के पार निकल जाएगा. सिटी की ओर से कहा गया है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) के रेट कट और ट्रेजरी रैली से सोना 3,000 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच सकता है.
इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमत का ये है गणित
गौरतलब है कि 1 औंस में करीब 28 ग्राम होता है और इस हिसाब से देखें तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब 1 औंस सोने की कीमत 2300 डॉलर के आस-पास है, तब भारत में फिलहाल 10 ग्राम सोने का भाव करीब 73,300 के करीब है और इस हिसाब से एक तोला Gold लगभग 87000 रुपये का होता है. ऐसे में 1 औंस या 28 ग्राम सोने की कीमत 1.8 लाख रुपये के आसपास होती है. वहीं रिपोर्ट में जो अनुमान जताया जा रहा है, उसके मुताबिक अगर सोने का भाव 3000 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंचता है, तो भारत में 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 100000 रुपये के पार पहुंच जाएगी.
जियोपॉलिटिकल तनाव का मिल रहा सपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार बढ़ती ब्याज दरों और मजबूत डॉलर के बावजूज Gold लगातार रॉकेट की रफ्तार से भाग रहा है. इसके पीछे के खास कारणों की बात करें, तो सिटी एनालिस्ट्स का कहना है कि सोने की कीमतों को जियोपॉलिटिकल तनावों से सपोर्ट मिला है. हालात बरकरार रहे तो आगे भी रिस्क-फ्री माहौल की ओर तेज बदलाव से सोने की कीमतों में आगे और भी तेजी आ सकती है. हालांकि, मई या जून में बुलियन कीमतों में गिरावट बढ़ सकती है, लेकिन सोने की कीमतें में 2,200 डॉलर प्रति औंस के आसपास बनी रह सकती हैं.
निवेश का सुरक्षित विकल्प माना जाता है सोना
सोना (Gold) ना केवल ज्वैलरी के रूप में, बल्कि निवेश के लिए भी बेहतर विकल्प माना जाता है. जब वैश्विक स्तर पर हलचल बढ़ती है या भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो निवेशक सोने की तरफ भागते हैं. खासतौर पर भारत की अगर बात करें, तो Gold की कीमतों में बीते तीन महीने में 16 फीसदी की तेजी आई है और Iran-Israel के बीच संघर्ष के चलते ये और महंगा होता जा रहा है. अब Gold Price 74000 के करीब पहुंच गया है. कुछ ऐसी ही स्थिति रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के युद्द की शुरुआत के दौरान बनी थी.
भारत में 3 महीने में 16 फीसदी बढ़ गए दाम
बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोने पर महंगाई (Gold Inflation) छाई है और बीते 3 महीने में 16 फीसदी की जो तेजी आई है, उसमें बीते डेढ़ महीने के दौरान इसकी कीमत में सबसे ज्यादा बढ़ी है. विश्लेषकों के अनुसार, मुख्य रूप से हाल ही में ईरान-इजराइल संघर्ष के चलते भू-राजनैतिक हालात जिस तरह बदले हैं, पीली धातु नई ऊंचाई को छू रही है.
कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह ने कहा कि संघर्ष में शामिल देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए सोने की कीमत की गतिशीलता अत्यधिक अप्रत्याशित बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि इन सभी कारणों के चलते विश्लेषकों को उम्मीद है कि अभी सोने के दाम में और तेजी आएगी, क्योंकि लोन सुरक्षित निवेश के तौर पर गोल्ड में निवेश को अहमियत दे रहे हैं.