एसपी बालोतरा के ऑफिस के बाहर रविंद्र सिंह भाटी का धरना 4 घंटे बैठे के बाद हुआ खत्म
बाड़मेर/जयपुर
राजस्थान में 26 अप्रैल को मतदान का दूसरा चरण संपन्न हुआ। इसके बाद सियासत अभी भी गर्म हैं। बालोतरा में निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने शनिवार को चार घंटे तक एसपी ऑफिस के बाहर धरना दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन में हड़कंप गया। धरना स्थल पर रविंद्र सिंह भाटी के साथ काफी संख्या में समर्थक मौजूद थे। भाटी ने यह धरना अपने समर्थकों के साथ मारपीट करने और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए दिया। इस दौरान रविंद्र सिंह भाटी को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी देने का मामला भी सामने आया। यह धमकी रोहित गोदारा कपूरीसर नाम की आईडी से दी गई है। इधर, 4 घंटे की मशक्कत के बाद विधायक भाटी की बालोतरा एसपी के साथ दो चरण में वार्ता हुई। इसके बाद भाटी ने अपना धरना समाप्त किया
समर्थकों के साथ भाटी धरने पर बैठे
26 अप्रैल को बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर मतदान संपन्न हुए। इस दौरान कई मतदान केंद्र पर बवाल देखने को मिला। इधर, इस मामले में रविंद्र सिंह भाटी अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र पर मारपीट होने की घटना से आक्रोशित नजर आए। इसको लेकर शनिवार को उन्होंने बालोतरा के एसपी ऑफिस के बाहर धरना शुरू कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन का जाब्ता बड़ी संख्या में मौके पर तैनात हो गया। इधर, एसपी ने विधायक को वार्ता के लिए अंदर बुलाया।
पुलिस चाहे हमें गिरफ्तार कर ले – भाटी
रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि "हमारे समर्थकों की गाड़ियां जब्त की गई हैं। हमारे मतदाताओं के साथ हुई मारपीट की घटना पर भी कोई कदम नहीं उठाया गया। पुलिस और प्रशासन दबाव के तहत कार्य कर रह रहा था। आज मैं पुलिस और प्रशासन से कल की घटना का जवाब मांगने आया हूं। जब तक कोई जवाब नहीं मिलेगा, तब तक हम SP कार्यालय के सामने से नहीं हटेंगे, चाहे पुलिस हमें गिरफ्तार कर ले। इस दौरान एसपी कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में समर्थकों के धरने के कारण सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए।
एसपी के साथ पहले चरण की वार्ता हुई विफल
बालोतरा एसपी कार्यालय के बाहर रविंद्र सिंह भाटी के समर्थकों के साथ धरना देने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया। इस दौरान एसपी ने भाटी को वार्ता के लिए अपने ऑफिस में बुलवाया। जहां उन्हें 2:45 बजे एसपी के साथ भाटी की वार्ता शुरू हुई, लेकिन रविंद्र सिंह भाटी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहें।इस वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकला। बाद में दूसरे दौर की वार्ता में जाकर रविंद्र सिंह भाटी धरना समाप्त करने के लिए राजी हुई।
भाटी ने अपनी शिकायत में क्या लगाया आरोप
इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मैंने कई जगह मतदान में व्यवधान पैदा करने वाली घटनाओं के बारे में कंट्रोल रूम को बूथ नंबर और लोकेशन के साथ सभी चीजे उपलब्ध कराई, लेकिन 3 घंटे तक पुलिस वहां नहीं पहुंची। जिसके कारण कई घटनाएं हुई, कई प्रवासी वोटर्स बाहर आ रहे थे, उनकी गाड़ी को रुकवाया गया और उनके साथ गलत व्यवहार किया गया। इसके अलावा बायतू में कई युवाओं के साथ मारपीट की गई। भाटी ने आरोप लगाया कि बायतु में सबसे ज्यादा संवेदनशील बूथ है। इसको लेकर मैंने प्रशासन को लिस्ट दी थी। इसके बावजूद वहां फोर्स लगने की बजाय शिव और जैसलमेर में फोर्स लगा दी गई। संवेदनशील मतदान केंद्र पर पोलिंग कम करने का प्रयास किया गया। 100 से अधिक मतदान केंद्र पर फर्जी पोलिंग और बूथ कैप्चरिंग के प्रयास हुए।
भाटी ने एसपी को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की
बालोतरा एसपी के साथ वार्ता के दौरान रविंद्र सिंह भाटी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। जिसके कारण पहले दौर की वार्ता विफल रही। इसके बाद वापस भाटी के साथ वार्ता शुरू हुई। जिसमें उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र पर मारपीट करने पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया। इसके बाद एसपी ने समझाइश कर उन्हें मामले की शिकायत देने के लिए कहा। उसके बाद भाटी ने अपनी शिकायतों को लेकर रिपोर्ट दी है। इस पर एसपी ने कहा कि उनकी रिपोर्ट को लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर लगाए गए आरोप को निराधार बताया। एसपी ने कहा कि पुलिस ने निष्पक्षता के साथ काम किया है।