दुबई में एक बार फिर से हो सकती है भारी बारिश सरकार की जनता से अपील- सावधानी बरतें, घरों में रहें
दुबई
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) इस हफ्ते एक बार फिर से भारी बारिश का सामना कर सकता है। इसे देखते हुए सरकार ने लोगों से सावधानी बरतने और बेवजह घर से ना निकलने के लिए कहा गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि मौसम की स्थिति पिछले महीने की तरह गंभीर नहीं होगी लेकिन सुरक्षा संबंधी सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। नेशनल इमरजेंसी क्राइसिस और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनसीईएमए) ने बारिश के पुर्वानुमान को देखते हुए बैठक की है। बैठक में यूएई के आंतरिक मंत्रालय (एमओआई), राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (एनसीएम) और दूसरे सरकारी विभागों के अफसर भी शामिल थे।
अरब बिजनेस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने, परेशानी को कम करने के लिए और व्यवसाय को कम से कम नुकसान हो, इस पर चर्चा की गई। इस चीजों को देखते हुए मौसम की स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखने के महत्व पर जोर दिया गया। एनसीएम ने बताया कि बीते महीने जिस तरह से भारी बारिश हुई, उस तरह से मौसम रहने की इस बार उम्मीद नहीं है। बुधवार रात से गुरुवार तक संयुक्त अरब अमीरात के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होगी। बारिश के साथ कुछ इलाकों में ओले गिरने और बिजली कड़कने की संभावना है। एनसीएम की ओर से कहा गया है कि सभी सावधानी रखें लेकिन लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
शनिवार तक जारी रह सकती है बारिश
शुक्रवार और शनिवार को बादल छंटने लगेंगे और हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है। आंतरिक मंत्रालय ने बारिश के पूर्वानुमान पर कहा है कि आंतरिक सुरक्षा के लिए सर्वोच्च समिति, मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में काम कर रही है। टीम मौसम की स्थिति के विकास और अपडेट की लगातार निगरानी कर रही है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। मंत्रालय ने बताया है कि बारिश से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सभी जरूरी उपाय किए हैं।
यूएई में समुदाय की सुरक्षा और जीवन और संपत्ति की रक्षा को प्राथमिकता देते हुए एमओआई ने जनता से सावधानी बरतने, सुरक्षा मानकों और दिशानिर्देशों का पालन करने, सक्षम अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने, अफवाहों को प्रसारित करने से बचने और जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने का आग्रह किया है। ऊर्जा मंत्रालय ने मौसम में बदलाव को देखते हुए जल भंडारण में अपनी दक्षता बढ़ाने के साथ-साथ बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से सड़कों, साथ ही बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए हैं।