November 30, 2024

सीधे फेड कप फाइनल्स में खेलेंगे चोपड़ा और जेना

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सीधे फेड कप फाइनल्स में खेलेंगे चोपड़ा और जेना

बुंडेसलीगा: लेवरकुसेन ने बोचुम को 5-0 से हराया, बायर्न ने वोल्फ्सबर्ग को दी शिकस्त

विश्व कुश्ती ओलंपिक क्वालीफायर: भारत ने दो कोटा के साथ अभियान समाप्त किया

भुवनेश्वर
 भारत के भाला फेंक के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और किशोर जेना को यहां 15 मई को होने वाले फेडरेशन कप फाइनल्स में सीधे प्रवेश दिया गया है क्योंकि उन्होंने अपने करियर में 75 मीटर का न्यूनतम क्वालीफाइंग स्तर कई बार हासिल किया है।

ओलंपिक और विश्व चैंपियन चोपड़ा पिछले हफ्ते दोहा डाइमंड लीग में काफी अच्छा प्रदर्शन करके यहां आए हैं जहां वह 88.38 मीटर के प्रयास से दूसरे स्थान पर रहे। हालांकि एशियाई खेलों के रजत विजेता जेना का डाइमंड लीग में पदार्पण निराशाजनक रहा क्योंकि वह 76.31 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीन दौर के बाद बाहर हो गए।

विश्व चैंपियनशिप 2023 में छठे स्थान पर रहे डीपी मनु की नजरें 85.50 मीटर के स्तर को पार करके पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी होंगी और वह भी सीधे फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

भारतीय एथलेटिक्स के मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के क्वालीफिकेशन नियमों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘वे सभी जो 75 मीटर के स्तर को पार कर चुके हैं, वे मंगलवार को क्वालीफाइंग दौर में प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे। जिन लोगों ने प्रविष्टियां दी हैं उनमें नीरज और जेना सहित ऐसा करने वाले नौ खिलाड़ी हैं। वे सीधे बुधवार को फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘75 मीटर से कम थ्रो करने वाले बाकी खिलाड़ी क्वालीफाइंग दौर में प्रतिस्पर्धा करेंगे और शीर्ष तीन खिलाड़ी फाइनल में 75 मीटर से ऊपर भाला फेंकने वाले नौ खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्ध करेंगे।’’

एएफआई 26 वर्षीय चोपड़ा के तीन साल में पहली बार घरेलू प्रतियोगिता में खेलने को लेकर काफी उत्सुक है।

एएफआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘एएफआई नीरज के फेडरेशन कप में हिस्सा लेने से बिल्कुल भी हैरान नहीं है। इसमें कोई संदेह नहीं कि घरेलू प्रतियोगिता में उनकी भागीदारी भारतीय एथलेटिक्स के लिए बहुत अच्छी बात है।’’

यह पता चला है कि एएफआई चाहता था कि चोपड़ा तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद और पेरिस खेलों से पहले एक घरेलू प्रतियोगिता में भाग लें।

चोपड़ा ने 2022 और 2023 में किसी भी घरेलू प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि वह विदेश में प्रशिक्षण या प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। वह पिछली बार घरेलू टूर्नामेंट में मार्च 2021 में फेडरेशन कप में खेले थे।

पता चला है कि चोपड़ा दोहा से भारत पहुंच चुके हैं लेकिन वह मंगलवार को ही यहां पहुंचेंगें

एशियाई खेलों के पदक विजेता जेना सोमवार को यहां पहुंच रहे हैं।

नायर ने पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम के सदस्य राजेश रमेश की चोट को अधिक तूल नहीं दिया जो इस महीने की शुरुआत में बहामास में पहले दौर की क्वालीफाइंग हीट (शुरुआती दौर की रेस) के दूसरे चरण के दौरान बीच में ही हट गए थे।

ओलंपिक क्वालीफाइंग हीट के दूसरे दौर में रमेश की जगह अरोकिया राजीव को लिया गया, जो पूरी तरह से फिट नहीं थे लेकिन भारतीय टीम ने पेरिस का टिकट कटा लिया।

नायर ने कहा, ‘‘रमेश की चोट पैर की मांसपेशियों में खिंचाव नहीं है, यह जांघ में टेंडन से संबंधित है। इसलिए यह कोई बड़ी चोट नहीं है। उसके 10-15 दिनों में ट्रेनिंग शुरू करने की उम्मीद है। राजीव भी जल्द ही ठीक हो जाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक की तैयारी में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।’’

कुल 19 ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने पेरिस के लिए क्वालीफाई किया है और नायर ने कहा कि टीम ओलंपिक के लिए पेरिस जाने से पहले चार सप्ताह तक पोलैंड के स्पाला में ट्रेनिंग करेगी। ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाएं एक अगस्त से शुरू होंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक से पहले टीम स्पाला में प्रशिक्षण लेगी और हम प्रतियोगिता शुरू होने से तीन या चार दिन पहले पेरिस पहुंचेंगे।’’

भारतीय एथलीट पहले भी कई बार स्पाला में प्रशिक्षण ले चुके हैं।

नायर ने यह भी कहा कि विश्व रिले के दौरान बहामास में विफलता के बावजूद एएफआई को अब भी मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीम के पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद है। हालांकि अब केवल दो स्थान बचे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मिश्रित चार गुणा 400 मीटर टीम एशियाई रिले (20-21 मई को बैंकॉक में) में भाग लेगी और अगर हम तीन मिनट 14 सेकेंड से कम का समय लेते हैं तो हम पेरिस के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं और हमें लगता है कि हम ऐसा कर सकते हैं।’’

इस बीच यह पता चला है कि एएफआई जल्द ही 2036 ओलंपिक में कई पदक जीतने के लक्ष्य के साथ एक रणनीतिक योजना लेकर आएगा, फिर चाहे भारत को इन खेलों की मेजबानी मिले या नहीं।

बुंडेसलीगा: लेवरकुसेन ने बोचुम को 5-0 से हराया, बायर्न ने वोल्फ्सबर्ग को दी शिकस्त

बर्लिन
 लेवरकुसेन ने बोचुम पर 5-0 की शानदार जीत के बाद अपने अजेय क्रम को 50 मैचों तक पहुंचा दिया है, जबकि बायर्न म्यूनिख ने बुंडेसलीगा के 33वें दौर के अंतिम मैच में वोल्फ्सबर्ग पर 2-0 से जीत के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।

रेलीगेशन का सामना कर रहे बोचुम की टीम ने मजबूत शुरुआत की लेकिन शुरुआती मौकों का फायदा नहीं उठा सकी। 11वें मिनट में फिलिप हॉफमैन, केविन स्टोगर के कॉर्नर पर गोल करने से चूक गए। मैच के 15वें मिनट में फेलिक्स पासलैक को नाथन टेला पर लास्ट-मैन फाउल के लिए बाहर भेज दिया गया और बोचुम की टीम को बाकी मैच 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा।

मैच के पहला गोल 41वें मिनट में आया, जब आर्थर के सटीक क्रॉस पर पैट्रिक स्किक ने गोल कर लेवरकुसेन को 1-0 से आगे कर दिया। हाफटाइम से कुछ देर पहले विक्टर बोनिफेस ने पेनल्टी को गोल में बदलकर टीम की बढ़त दोगुनी कर दी।

दूसरे हाफ में, बोचुम ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और गोलकीपर मैनुएल रीमैन ने कई शॉट्स रोके। हालाँकि, लेवरकुसेन ने 76वें मिनट में अमीन अदली के गोल की बदौलत अपनी बढ़त 3-0 कर ली। इसके बाद जोसिप स्टैनिसिक ने 86वें और एलेजांद्रो ग्रिमाल्डो ने अतिरिक्त समय (93वें मिनट) में दो और गोल करके अपनी टीम की 5-0 से जीत पक्की कर दी। इस बीच, बायर्न म्यूनिख ने वोल्फ्सबर्ग के खिलाफ एक युवा और दूसरे दर्जे की टीम को मैदान में उतारा, जिसने 2-0 से जीत दर्ज की।

 

विश्व कुश्ती ओलंपिक क्वालीफायर: भारत ने दो कोटा के साथ अभियान समाप्त किया

-पेरिस ओलंपकि के लिए भारतीय पहलवानों ने कुल छह कोटा हासिल किये

इस्तांबुल

भारत ने विश्व ओलंपिक कुश्ती क्वालीफायर में अपना अभियान दो पेरिस ओलंपिक 2024 कोटा के साथ समाप्त किया, जो पहलवान अमन सहरावत और निशा दहिया ने क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग में हासिल किए।

निशा और अमन ने भारतीय पहलवानों के कोटे की संख्या छह तक पहुंचा दी है। इस्तांबुल की यह प्रतियोगिता भारत के लिए कुश्ती में पेरिस 2024 कोटा हासिल करने का आखिरी मौका था।

आयोजन के अंतिम दिन, सुजीत कलकल और जयदीप अहलावत को अपने कांस्य पदक मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा।

65 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए सुजीत ने सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन एशियाई खेलों के चैंपियन मंगोलिया के तोमर-ओचिरिन तुल्गा से हार गए। जब स्कोर 2-2 से बराबर था तब उन्हें यूएसए के ज़ैन रदरफोर्ड ने मानदंड के आधार पर हराया था।

प्रत्येक डिवीजन में दोनों फाइनलिस्टों ने अपने देशों के लिए 2024 पेरिस ओलंपिक कोटा सुरक्षित कर लिया है। तीसरा कोटा एक विशेष भार वर्ग के कांस्य पदक विजेताओं के बीच प्लेऑफ़ मैच के विजेता को मिला।

2021 में टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों के 65 किग्रा में कांस्य पदक हासिल करने वाले बजरंग पुनिया क्वालीफायर के लिए भारतीय कुश्ती टीम का हिस्सा नहीं थे।

क्वार्टर फाइनल में हार के बाद 74 किग्रा के रेपेचेज राउंड में जगह बनाने वाले जयदीप अहलावत को कांस्य पदक मुकाबले में तुर्किये के सोनेर डेमिरतास के खिलाफ 2-1 से करीबी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इससे पहले रेपेचेज राउंड में तुर्कमेनिस्तान के अर्सलान अमानमिरादोव को 11-0 से हराया था।

कुल 14 भारतीय पहलवान 9 से 12 मई तक क्वालीफायर में खेले।

अमन ने 57 किग्रा वर्ग में ओलंपिक 2024 कोटा हासिल किया, जो पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए पुरुष फ्रीस्टाइल वर्ग में भारत का पहला कोटा है।

टोक्यो ओलंपिक में 57 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया भी क्वालीफायर के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में असफल रहे। 2020 ओलंपिक में पांचवां स्थान हासिल करने वाले दीपक पुनिया अपने देश के लिए कोटा नहीं जीत सके।

निशा ने इस प्रतियोगिता में महिलाओं के 68 किलोग्राम वर्ग में भारत के लिए दूसरा कोटा हासिल किया, जिससे यह किसी भारतीय महिला पहलवान द्वारा पांचवां पेरिस 2024 कोटा बन गया।

अंतिम पंघाल (53 किग्रा) ने 2023 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान भारत के लिए पहला कोटा हासिल किया, जबकि विनेश फोगट (50 किग्रा), अंशू मलिक (57 किग्रा) और रीतिका हुडा (76 किग्रा) ने पिछले महीने बिश्केक में आयोजित एशियाई क्वालीफायर के दौरान कोटा में इजाफा किया।

इस बीच, भारत ग्रीको-रोमन कुश्ती में कोटा हासिल नहीं कर सका। पिछले साल एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले सुनील कुमार पुरुषों के 87 किग्रा वर्ग के रेपेचेज दौर में हार गए।

 

रेनेगेड्स ने सेकोम्बे, स्टार्स ने क्लिंट मकॉय को उच्च प्रदर्शन प्रबंधक नियुक्त किया

मेलबर्न

मेलबर्न रेनेगेड्स ने वेड सेकोम्बे और मेलबर्न स्टार्स ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज क्लिंट मकॉय को अपने नए उच्च प्रदर्शन प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया है।

ईसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार, सेकोम्बे के कोचिंग में इस साल की शुरुआत में ब्रिस्बेन हीट ने अपना दूसरा बीबीएल खिताब जीता था, लेकिन पुरुषों की शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट में टीम के खराब प्रदर्शन के कारण क्वींसलैंड क्रिकेट की समीक्षा के बाद उन्होंने हीट और क्वींसलैंड कोच के पद से हटा दिया गया था।

सेकोम्बे इस महीने के अंत में रेनेगेड्स के साथ पूर्णकालिक भूमिका निभाने के लिए ब्रिस्बेन से मेलबर्न चले जाएंगे।

मकॉय स्टार्स के बैकरूम स्टाफ से, जहां वह गेंदबाजी कोच थे, अपनी नई भूमिका में चले गए हैं। मकॉय को पिछले दो वर्षों में नियमित रूप से ऑस्ट्रेलिया के कोचिंग सेट-अप में स्टैंड-इन व्हाइट-बॉल गेंदबाजी कोच के रूप में शामिल किया गया है।

दोनों नियुक्तियाँ दो बीबीएल क्लबों और विक्टोरिया के उच्च प्रदर्शन कार्यक्रम के बीच अधिक तालमेल लाएगी जो ग्राहम मनौ द्वारा चलाया जाता है।

मनौ ने एक बयान में कहा, क्लिंट और वेड जैसी क्षमता वाले दो लोगों का क्रिकेट विक्टोरिया में हमारे क्रिकेट प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल होना और हमारे दोनों बिग बैश क्लबों के साथ मिलकर काम करना वास्तव में सुखद है।

उन्होंने आगे कहा, वे टी20 कौशल और क्षमता पर विशेष ध्यान देने के साथ प्रतिभा प्रबंधन और पहचान प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वे हमारे मौजूदा अभिजात वर्ग और विकास कार्यक्रमों का भी सक्रिय हिस्सा होंगे, जो हमारे कार्यक्रमों के भीतर टी20 क्रिकेट पर नए सिरे से जोर देंगे।

डेविड सेकर को उनके अनुबंध पर एक साल के लिए बर्खास्त किए जाने के बाद सेकोम्बे का पहला काम रेनेगेड्स में एक नए मुख्य कोच की भर्ती की देखरेख करना होगा।

 

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