रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया
नई दिल्ली
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु वर्सेस चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2024 का 68वां मैच शनिवार 18 मई की रात बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। प्लेऑफ का आखिरी टिकट हासिल करने के लिए दोनों टीमों के लिए यह मैच बेहद जरूरी था। आरसीबी ने 27 रनों से सीएसके को इस मैच में धूल चटाकर बाजी मारी और प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु ने चेन्नई के सामने जीत के लिए 219 रनों का टारगेट रखा था, हालांकि सीएसके को प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने के लिए 200 रनों की ही दरकार थी, क्योंकि उनका नेट रन रेट आरसीबी से बेहतर था। मगर अंतिम क्षणों में बाजी ऐसी पटली कि सीएसके की गाड़ी 191 रनों पर ही रुक गई।
आरसीबी के लिए पारी का आखिरी ओवर यश दयाल लेकर आए थे और सीएसके के लिए क्रीज पर रविंद्र जडेजा के साथ महेंद्र सिंह धोनी मौजूद थे। सीएसके को प्लेऑफ का टिकट हासिल करने के लिए आखिरी ओवर में 17 रनों की दरकार थी।
पहली गेंद- महेंद्र सिंह धोनी ने यश दयाल की फुलटॉस गेंद पर फाइन लेग के ऊपर से छक्का लगाकर आरसीबी की सांसे बढ़ा दी थी। यह छक्का 110 मीटर लंबा था जो इस मैच का ही नहीं बल्कि इस सीजन का सबसे लंबा छक्का था।
दूसरी गेंद- यश दयाल ने दूसरी गेंद पर चतुराई दिखाते हुए बैक हैंड स्लोअर गेंद डाली। धोनी इस गेंद पर चकमा खा गए और बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में गेंद को हवा में मार बैठे। गेंद डीप बैकवर्ड स्क्वॉयर लेग की दिशा में स्वप्निल सिंह के हाथों में गई और इस भारतीय खिलाड़ी ने दबाव की स्थिति में एक शानदार कैच पकड़ा। धोनी 13 गेंदों पर 25 रन बनाकर आउट हुए। अब स्थिति यह आ गई थी कि चेन्नई सुपर किंग्स को 4 गेंदों पर 11 रनों की दरकार थी और धोनी के आउट होने के बाद क्रीज पर शार्दुल ठाकुर आए थे।
तीसरी गेंद- यश दयाल ने इस बार भी चतुराई दिखाते हुए बैक हैंड स्लोअर गेंद का ही इस्तेमाल किया और शार्दुल ठाकुर भी इसे समझ नहीं पाए। गेंद सीधा विकेट कीपर दिनेश कार्तिक के दस्तानों में गई। इस गेंद पर सीएसके को किसी भी तरह एक रन चाहिए था ताकि जडेजा स्ट्राइक पर आ सके। मगर यश दयाल की शानदार गेंदबाजी के चलते ऐसा नहीं हो सका।
चौथी गेंद- शार्दुल ठाकुर ने चौथी गेंद पर एक रन लेकर आखिरकार रविंद्र जडेजा को स्ट्राइक दी। आखिरी दो गेंदों पर सीएसके को 10 रनों की दरकार थी। ठीक ऐसी ही परिस्थिति जड्डू के सामने पिछले साल फाइनल में गुजरात टाइटंस के खिलाफ थी।
पांचवी गेंद- यश दयाल अपनी बैक हैंड स्लोअर गेंद की रणनीति से इस बार भी नहीं हटे, उन्होंने लगातार चौथी गेंद ऐसी ही डाली। धोनी और शार्दुल के बाद जडेजा भी चकमा खा गए और वह बीट हो गए। आरसीबी के खिलाड़ियों ने इसी गेंद के बाद जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया था।
छठी गेंद- यश दयाल ने आखिरी गेंद पर भी बैक हैंड स्लोअर गेंद का इस्तेमाल किया और इस बार भी रविंद्र जडेजा बीट हुए और कुछ नहीं कर सके। पहली गेंद पर छक्का खाने के बाद यश दयाल ने चतुराई दिखाते हुए शानदार वापसी की और अगली 5 गेंदों पर 1 विकेट के साथ 1 ही रन खर्च किया।