लड़ाई खत्म नहीं होगी, उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपने बयान से इन अटकलों पर विराम लगा दिया
मुंबई
उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि वे फिर से एक बार भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापसी कर सकते हैं। हालांकि इसको लेकर उद्धव खेमे के किसी भी नेता ने कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि इस बीच खुद उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपने बयान से इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि "उसने महाराष्ट्र को लूटा है।"
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोकसभा चुनावों में झटका लगा है, जहां 2019 के मुकाबले उसकी सीट की संख्या लगभग आधी रह गई है। वहीं राज्य में कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) ने मंगलवार को महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट में से 30 सीट पर जीत दर्ज की।
गुरुवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, "देश ने हमारे संविधान को बदलने और लोकतंत्र को खत्म करने की भाजपा की कोशिशों को नकार दिया है। चुनावों ने साबित कर दिया है कि हमारे देश में अहंकार के लिए कोई जगह नहीं है। अहंकार, तानाशाही, लोकतंत्र विरोधी ताकतें और हमारे संविधान के बजाय अपनी पार्टी की नियमावली लागू करने की चाहत रखने वालों को देश नकार देगा।"
उद्धव के बेटे ने एक्स पर आगे लिखा, "दो बार प्रचंड बहुमत से 240 सीटों तक पहुंचना स्पष्ट रूप से कुशासन और अहंकार की अस्वीकृति है। महाराष्ट्र में हमने देखा कि भाजपा ने हमारे राज्य को लूटा और इसकी आर्थिक ताकत और गौरव को खत्म कर दिया। महाराष्ट्र विरोधी भाजपा को महाराष्ट्र के मतदाताओं ने नकार दिया है और यह इस साल फिर से देखने को मिलेगा। INDIA के सभी मतदाताओं और कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि हमने अपने देश, अपने संविधान और अपने लोकतंत्र के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी है। एक मील का पत्थर हासिल किया गया है और जब तक हम इसे पूरी तरह से हासिल नहीं कर लेते, तब तक लड़ाई खत्म नहीं होगी।"
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल है। महायुति ने 17 सीट पर जीत दर्ज की है। राज्य में भाजपा की लोकसभा सीट की संख्या 23 से घटकर नौ रह गई। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशल डवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) ने लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) भी ‘इंडिया’ का हिस्सा है। ठाकरे की पार्टी के लिए इससे बड़ी चुनौती इस वर्ष के अंत में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की होगी।