झारखंड में 12 विधायकों में केवल चार को मिली लोकसभा चुनाव में जीत, भाजपा से सीता सोरेन और गीता कोरा हारीं
धनबाद.
लोकसभा चुनाव 2024 क नतीजे आ चुके हैं। भाजपा नीत एनडीए बहुमत हासिल करने के बाद अब सरकार बनाने की प्रक्रिया में जुट चुकी है। मंगलवार को जारी रुझानों में इंडी गठबंधन भी बहुमत से दूर नहीं था। झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में भाजपा ने आठ पर जीत हासिल की। वहीं राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को तीन सीटें ही मिलीं। झारखंड से कुल 12 विधायक लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे, जिनमें से केवल चार को ही जीत मिली। भाजपा की सीता सोरेन और गीता कोरा को हार का सामना करना पड़ा।
इंडी गठबंधन ने सात मौजूदा विधायकों को नामांकित किया था, जिनमें चार झामुमो से, दो कांग्रेस और एक सीपीएम के विधायक शामिल थे। भाजपा ने अपने तीन विधायक मैदान में उतारे थे। झामुमो के दो बागी विधायक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे। मंगलवार को जारी रुझानों के अनुसार, झामुमो के दो विधायक जोबा माझी और नलिन सोरेन, भाजपा के दो विधायक डुलू महतो और मनीष जयसवाल ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। झामुमो की मनोहरपुर विधायक जोबा माझी ने 1.68 लाख वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा की गीता कोरा हराया। बता दें कि गीता कोरा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोरा की पत्नी है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वह भाजपा में शामिल हो गई थीं। दुमका के शिकारीपाड़ी विधानसभा सीट पर सात बार के झामुमो विधायक नलिन सोरेन ने भाजपा की सीता सोरेन को 22,527 वोटों से हराया। सीता सोरेन झारखंड के जेल में बंद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की भाभी हैं। तीन बार की विधायक सीता सोरेन हाल ही में भाजपा में शामिल हुई थीं।
भाजपा के तरफ से धनबाद-बाघमारा विधायक दुलु महतो ने कांग्रेस की अनुपमा सिंह के खिलाफ 3.31 लाख वोटों से जीत हासिल की। हजारीबाग से भाजपा विधायक मनीष जयसवाल ने कांग्रेस के जेपी पटेल को 2.76 लाख वोटों से हराया। इसी के साथ चार विधायकों के संसद में पहुंचने के साथ 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा की कुल ताकत 80 से घटकर 76 हो जाएगी। हालांकि, जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने गांडेय उपचुनाव जीत चुकी है. इसलिए अब सदन की कुल ताकत 77 हो जाएगी।