बिहार-वैशाली ने वीणा को स्वीकारा, चिराग पासवान के बडे दांव ने दिलाई 567043 वोट से जीत
मुजफ्फरपुर.
मुजफ्फरपुर के अंतर्गत आने वाली वैशाली लोकसभा क्षेत्र को लेकर शुरू से भारी विरोध था। वीणा देवी का बतौर उम्मीदवारी को लेकर एलजेपी का एक बड़ा खेमा नाराज हुआ था और 50 से अधिक कार्यकर्ताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया, लेकिन चिराग पासवान का यह बड़ा दांव और प्रयोग ने RJD और विरोधी खेमे को सोचने पर फिर से मजबूर कर दिया। नतीजा ये रहा कि लोगों ने निवर्तमान सांसद वीणा देवी को ताज पहना दिया।
वीणा देवी को 567043 मत मिले जबकि मुन्ना शुक्ला को 477409 मिले। मतगणना स्थल से सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू होते ही पोस्टल बैलेट में राजद ने बढ़त बनाई थी, जहां एक ओर पोस्टल बैलेट में राजद प्रत्याशी मुन्ना शुक्ला को 1210 मत मिले थे, वहीं एनडीए प्रत्याशी वीणा देवी को 818 मत मिले थे, लेकिन उसके बाद जैसे ही ईवीएम खुला, हालात बदल गए और सभी राउंड में वीणा देवी ने बढ़त बनानी शुरू कर दी। वीणा देवी को सबसे ज्यादा वैशाली, मीनापुर, कांटी और बरूराज में वोट मिलें और दिन के 1 बजते ही सब करीब करीब क्लियर हो गया। यही नहीं बल्कि वैशाली में अकेले नोटा को 27 हजार से अधिक लोगों ने चुना।
काउंटिंग के शुरू होते ही दिए थे जीत के संकेत
वैशाली लोकसभा क्षेत्र में 2019 के चुनाव में राजद के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को हराने वाली वीणा देवी ने इस बार सुबह काउंटिंग शुरू होते ही अपनी बढ़त को बनाना शुरू कर दिया था और अंतिम तक इस क्रम को जारी रखा था। जिसके बाद इसका अंदाजा राजद के उम्मीदवार मुन्ना शुक्ला को लग गया और करीब ढाई बजे वो मतगणना स्थल से चले गए।
राजद का प्रयोग हुआ बेअसर
टिकट देने के बाद से एलजेपी की प्रत्याशी वीणा देवी को लेकर एलजेपी के एक खेमे में भारी विरोध था। प्रत्याशी के नाम को लेकर के यही नहीं बल्कि 4 दर्जन से अधिक पार्टी के लोगों ने पार्टी की सदस्यता छोड़ दी। बताया गया कि वर्तमान एमपी के खिलाफ क्षेत्र में भारी विरोध है, लेकिन इन सबके विरोध के बाद भी चिराग पासवान ने विश्वास जताया और टिकट दिया और जीत हासिल हुई। इधर, राजद ने वैशाली में कास्ट टू कास्ट का प्रयोग करते हुए वैशाली के मजबूत उम्मीदवार और लालगंज के पूर्व विधायक रहे मुन्ना शुक्ला को टिकट देकर वैशाली में लड़ाई को दिलचस्प बना दिया था और महागठबंधन का यह प्रयोग भी एनडीए के लिए मुसीबत बन गया।
दो विधानसभा ने राह की आसान
6 विधानसभा वाली वैशाली लोकसभा क्षेत्र राजद के गढ़ मीनापुर और कांटी में राजद को जीत की सबसे ज्यादा उम्मीद थी, लेकिन वहां पर एनडीए ने बढ़त बनाई। इसी उलट बीजेपी के तीन गढ़ में से बरूराज को छोड़ दे तो साहेबगंज और पारू में जहां बीजेपी के सीटिंग एमएलए है, वहां कम मत मिले।
तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी ने धुआंधार रैली
वैशाली में वीणा देवी को जिताने के लिए चिराग पासवान ने एड़ी चोटी एक कर दी। यही कारण है कि छठे चरण में इस क्षेत्र में होने वाले मतदान के पूर्व दो दिन में चिराग पासवान ने रोड शो करके एक साथ 5 विधानसभा को साधा था और इस दौरान 6 घंटे का एक रोड शो और 4 घंटे का दूसरा रोड शो किया।