4 साल की उम्र में शुरू किया था संगीत का सफर, आज करोड़ों की मालकिन हैं मैथिली
पटना
बिहार की बेटी भी बेटों से कम नहीं हैं, उन्होंने अपने हुनर के ज़रिए विदेशों तक प्रेदश का नाम रोशन किया है। आज हम बिहार की उस बेटी की कामयाबी से आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिन्होंने चार साल की उम्र में संगीत के सफर की शुरुआत की थी। अब वह 22 साल की उम्र में करोड़ो रुपये की मालकिन बन चुकी हैं। उन्होंने बहुत तेज़ी से संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आइए मैथिलि ठाकुर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बेनीपट्टी (मधुबनी) में हुआ मैथिलि का जन्म
बिहार के एक छोटे से गांव बेनीपट्टी (मधुबनी) में 25 जुलाई 2000 को मैथिली ठाकुर का जन्म हुआ था। उनके परिवार में पिता रमेश ठाकुर और माता भारती रमेश ठाकुर और दो छोटे भाई ऋषभ ठाकुर और अयाची ठाकुर रहते हैं। मैथिलि के पिता पेशे से संगीत शिक्षक हैं और वहीं उनकी माता घरेलु महिला हैं। संगीत की दुनिया में अलग पहचान बनाने वाली मैथिलि को घर में लोग तनु के नाम से बुलाते हैं। साल 2011 में लिटिल चैंप्स से मैथिलि ठाकुर को पहचान मिली थी, हालांकि वह शो में कामयाब नहीं हो पाई थी।
राइज़िंग स्टार से चमका मैथिलि का सितारा
मैथिलि ठाकुर को लिटिल चैंप्स के अलावा 6 और रियलिटी शो में नाकामयाबी हाथ लगी, इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने काम पर फोकस कर रही। 2015 में उन्होंने मैथिली जीनियस सिंगिंग स्टार का खिताब अपने किया। इसके बाद उनके सपनो की उड़ान को पंख लगे और 2017 में राइजिंग स्टार में मैथिली ठाकुर ने अपने हुनर का परचम लहराया। इसके बाद वह बुलंदियों की सीढीयों पर चढ़ती चली गई। मैथिली ठाकुर के शिक्षा की बात की जाए तो उसकी शुरुआती तालीम गांव से ही हुई। उसके बाद परिवार दिल्ली शिफ्ट हुआ तो फिर दिल्ली में ही पढ़ाई हुई। बाल भवन इंटरनेशनल स्कूल के मैथिलि ने आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई की।