राजस्थान में ‘ऑपरेशन सचिन पायलट’ की कवायद, गहलोत की रघु शर्मा से मुलाकात से चर्चा गर्म
जयपुर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की चर्चाओं के बीच गहलोत की गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा की मुलाकात से प्रदेश के सियासी गलियारों में एक बार अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। रघु शर्मा से मिलने का बहाना बेशक कुशल क्षेम पूछने का बताया जा रहा है। लेकिन कांग्रेसी खेमों में इस मुलाकात को "ऑपरेशन सचिन पायलट" का एक हिस्सा बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मुलाकात पायलट निपटाओ अभियान का एक हिस्सा है। दोनों इस बात पर एकमत है कि राहुल गांधी की मनाही की सूरत में मुकुल वासनिक को अध्यक्ष बनाया जाए। ऐसा हुआ तो अशोक गहलोत की सीएम की कुर्सी बच जाएगी और गुजरात चुनाव के बाद रघु शर्मा की सरकार और संगठन में हैसियत खुद ब खुद बढ़ जाएगी। मुकुल वासनिक और रघु शर्मा की जुगलबंदी के कई किस्से कांग्रेसी हलकों में आम रहे हैं। इसलिए माना जा रहा है कि मुकुल वासनिक को इस दावेदारी के लिए तैयार करने में भी वही बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
सचिन पायलट की दावेदारी से कांग्रेस नेता डरे
जानकारों का कहना है कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का जनाधार और सीएम पद पर दावेदारी कांग्रेस में कई नेताओं को डरा रही है। लिहाजा ऑपरेशन पायलट की कवायद तेज होती जा रही है। आने वाले सप्ताह कांग्रेस राजनीति के लिहाज से दिलचस्प होने वाले हैं। रघु शर्मा राजस्थान में कांग्रेस राजनीति के मौसम वैज्ञानिक कहे जाते हैं । इसीलिए कभी पूर्व सीएम हरिदेव जोशी, गुजरात के पूर्व राज्यपाल नवलकिशोर शर्मा और गहलोत तो अभी गहलोत। पायलट को जब तब छकाते हैं। सीएम गहलोत के कहने पर ही कांग्रेस आलाकमान ने रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी नियुक्त किया है। ऐसे माना जा रहा है कि सचिन पायलट की काट में रघु शर्मा के कद को आगे बढ़ाने में सीएम गहलोत काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। राजस्थान में जब नेतृत्व परिवर्तन की बात उठेगी तो रघु शर्मा पायलट की राह में रोड़े नहीं, बल्कि पत्थर बन सकते है। रघु शर्मा पायलट कैंप के माने जाते थे। सचिन पायलट ने अपने संसदीय क्षेत्र रहे अजमेर से रघु शर्मा को न केवल कांग्रेस का टिकट दिलवाया बल्कि सांसद बनाकर दिल्ली भी भेजा। लेकिन बाद में रघु शर्मा ने पाला बदल दिया। पायलट कैंप की बगावत के समय रघु शर्मा ने गहलोत कैंप में एंट्री कर ली।
राजस्थान में कांग्रेस निर्णायक मोड़ पर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि राहुल गांधी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। लेकिन राहुल गांधी के इनकार के बाद सीएम गहलोत कांग्रेस आलाकमान की पहली पंसद बताए जाते हैं। हालांकि, सीएम गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से इंकार कर चुके हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार होने के सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि मीडिया वाले कि किसी कि हवा बना देते हैं तो किसी की हवा बिगाड़ देते हैं। सीएम अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की अटकलों के बीच सचिन पायलट का बयान भी काफी मायने रखता है। हाल ही में सचिन पायलट ने कहा कि राजनीति में जो दिखाई देता है। वह होता नहीं है, जो दिखाई नहीं देता है, वह हो जाता है। जानकारों का कहना है कि राजस्थान में कांग्रेस निर्णायक मोड़ पर है। कुछ भी हो सकता है। कांग्रेस आलाकमान के दबाव में गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए राजी हो सकते हैं।